अल्हड़ बीकानेरी को मरणोपरांत बाबू बालमुकुंद कोहिनूर सम्मान
परिषद के महासचिव सत्यवीर नाहड़िया ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीयता के अग्रदूत व भारतेंदु युग के सेनापति गुप्त जी के नाम से पांच साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें जाने-माने हास्य-व्यंग्य कवि एवं गज़लकार स्व.अल्हड़ बीकानेरी (बीकानेर, रेवाड़ी), कथाकार-आलोचक रत्नकुमार सांभरिया (भाड़ावास, रेवाड़ी), कथाकार-कवि प्रो. रमेश सिद्धार्थ (रेवाड़ी), उपन्यासकार डॉ. मधुकांत (रोहतक) तथा डॉ. त्रिलोकचंद फतेहपुरी (फतेहपुर, महेंद्रगढ़)के नाम उल्लेखनीय हैं। प्रत्येक पुरस्कार में 5100 रुपए की सम्मान राशि, प्रशस्ति पत्र, शॉल तथा श्रीफल प्रदान किया जाएगा।
नवप्रकाशित कृतियों का होगा लोकार्पण
समारोह में क्षेत्र के रचनाकारों की नवप्रकाशित कृतियों का लोकार्पण किया जाएगा। इनमें सैदपुर, मंडी अटेली के वरिष्ठ साहित्यकार रोहित यादव की कृतियां सामान्य ज्ञान : हरियाणा का साहित्य व हरियाणा के परंपरागत खेल, बीकानेर के हास्य कवि हलचल हरियाणवी की खूब हँस्या कर,नाहड़ के रचनाकार सत्यवीर नाहड़िया की सतगुरु नितानंद महाराज, सेहलंग, महेंद्रगढ़ के कवि विजयपाल सेहलंगिया की आकाशवाणी को पत्र, खोरी की साहित्यकार दर्शना शर्मा 'जिज्ञासु' की बाल दर्शन, झाल के युवा लेखक अरविंद भारद्वाज की विचार मंथन शामिल हैं।
बैठक में विभिन्न साहित्यकारों तथा साहित्यिक कार्यकर्ताओं को आयोजन से संबंधित विभिन्न प्रभार सौंपे गए। इनमें वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. रमेशचंद्र चंद्र शर्मा, रोहित यादव, डॉ. प्रवीण खुराना, राजेश भुलक्कड़, प्रो. रोमिका बत्रा, डॉ. सुशांत यादव, मुकुट अग्रवाल, अधिवक्ता रंजीत सिंह, अरुण गुप्ता, ईश्वर सिंह, कृष्ण भगवान गोयल, अजय यादव, खूबराम धूपिया, सत्यप्रकाश सैनी, त्रिभुवन भटनागर, हर्ष यादव, अजीत सिंह, आचार्य रामतीर्थ, अरविंद भारद्वाज, योगेश कौशिक, मुकेश जांगड़ा आदि के नाम उल्लेखनीय हैं। समारोह के संयोजक तथा परिषद के अध्यक्ष ऋषि सिंहल ने सभी का आभार व्यक्त किया।