चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) में चल रहे छात्र आंदोलन ने गुरुवार रात नया मोड़ ले लिया। विवि के गेट नंबर-4 पर धरनास्थल पर कूलर लगाने को लेकर पुलिस और छात्रों में टकराव हो गया। धक्का-मुक्की में चार छात्र घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद छात्रों ने कुछ समय के लिए राजगढ़ रोड जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
देर रात पुलिस ने धरनास्थल से कूलर व टेंट हटवाकर रास्ता खुलवाया। दिन में छात्रों ने कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज की ‘सद्बुद्धि’ के लिए हवन यज्ञ किया था, जिसमें एक पूर्व छात्र ने अपनी मूल अंकतालिका (डीएमसी) आहुति में अर्पित की। पुलिस का कहना है कि छात्रों को केवल 4-5 घंटे धरने की अनुमति थी, लेकिन वे स्थायी धरने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, विश्वविद्यालय के छात्रों ने शिकायत की थी कि आंदोलनकारी उन पर दबाव बनाकर प्रदर्शन में शामिल होने को मजबूर कर रहे हैं और विरोध न करने वालों को सोशल मीडिया पर निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने दावा किया कि हालात को देखते हुए बिना बल प्रयोग रास्ता खाली कराया गया।
घटना के बाद इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला और कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ ने छात्रों से फोन पर बात कर आंदोलन को विधानसभा में उठाने का भरोसा दिया। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया, पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह और अन्य नेताओं ने अस्पताल जाकर घायलों का हाल जाना।
कांग्रेस नेता अनिल मान देर रात धरनास्थल पहुंचे और कहा कि यदि सरकार छात्रों से हुए लिखित समझौते को लागू कर दे तो पूरा विवाद समाप्त हो जाएगा। किसान संगठनों और कर्मचारी यूनियनों ने भी मुकदमे वापस लेने और समझौते को लागू करने की मांग की।