गर्मी बढ़ी तो भिवानी में पानी की समस्या गहराई, प्रशासन जुटा समाधान में
भिवानी, 13 मई (हप्र)
पिछले कई वर्षों से लगातार भिवानी शहर में पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है तथा पेयजल की यह समस्या बढ़ती गर्मी के साथ दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। पेयजल की भारी किल्लत से परेशान नागरिक रोड जाम कर संबंधित विभाग व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताने पर मजबूर होते हैं, लेकिन फिर भी उनकी पेयजल की समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है। ऐसे में शहर में बढ़ती पेयजल की समस्या से नागरिकों को निजात दिलाने के लिए भाजपा मजदूर प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक भगवानदास कालिया के नेतृत्व में अनेक लोगों ने बीते दिनों मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से दिल्ली में मुलाकात की और जल्द से जल्द समाधान की मांग की। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने भिवानी जिला प्रशासन को पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के निर्देश दिए।
इसी को लेकर मंगलवार को जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन सूर्यकांत स्थानीय दादरी गेट, ढ़ाणा रोड, कोंट रोड सहित अन्य क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई की समस्या से त्रस्त लोगों की समस्या जानने पहुंचे तथा उन्हें जल्द से जल्द समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान एक्सईएन से विभाग के कर्मचारियों को मौके पर बुलाया तथा शहर में बनी पेयजल की किल्लत के बारे में पूरी जानकारी ली तथा कहा कि कर्मचारियों द्वारा पानी छोड़े जाने के बाद भी पानी क्यों नहीं पहुंच रहा। इस बारे में एक्सईएन ने पूरी जानकारी देने की बात भी कही।
इस मौके पर भाजपा मजदूर प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक भगवानदास कालिया ने कहा कि शहर के दादरी गेट, ढ़ाणा रोड, कोंट रोड सहित विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल की किल्लत बनी हुई है, लेकिन अधिकारियों द्वारा इसका स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा।
जिसके चलते नागरिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम के निर्देश देने के बाद आज एक्सईएन यहां पहुंचे तथा फिर से समाधान का आश्वासन दिया है।
पानी के लिए मचा हाहाकार...प्रदर्शन
भिवानी में मंगलवार को जीतु वाला जोहड़ के पास स्थित दुर्गा कालोनी में पीने के पानी को लेकर हाहाकार जारी रहा। हिंदू हाई स्कूल के पास गली नंबर-एक व तीन में महिलाओं ने एक बार फिर से जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करके आक्रोश प्रकट किया। स्थानीय नागरिकों ने जन संघर्ष समिति के संयोजक व विधानसभा पूर्व प्रत्याशी कामरेड ओमप्रकाश को बुलाकर उनकी समस्या बारे अवगत कराया। क्षेत्रवासियों ने बताया कि ये गलियां जीतुवाला जोहड़ बुस्टिंग स्टेशन व एमसी कालोनी दुर्गा बुस्टिंग स्टेशन से जुड़ी हुई हैं, परंतु ऊंची लाइन होने के कारण पानी के प्रेशर के अभाव में पानी नहीं आ रहा है, जिसके बाद कामरेड ओमप्रकाश ने जेई दीपक से बात करके कहा कि एक कश्मीरी ओड़ के पास लिंक बनाकर यदि पानी दिया जाए तो इनकी गलियों में पानी आ सकता है। उन्होंने विभाग के एसडीओ व कार्यकारी अभियंता से भी आग्रह किया कि वे पीड़ित जनता के पास जाकर उनकी समस्याओं को समझें व उनका समाधान निकालें।
मानसून से पहले की तैयारियों में जुटा निगम, आयुक्त ने दिए निर्देश
गुरुग्राम, 13 मई (हप्र)
मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने मंगलवार को जीएमडीए व एमसीजी के अभियंताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि शहर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए पूर्व से ही पुख्ता इंतजाम किए जाए। निगमायुक्त ने कहा कि ड्रेनेज और सीवरेज नेटवर्क की पर्याप्त सफाई और आवश्यक मरम्मत कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराए जाएं। इसके साथ ही पर्याप्त संख्या में मैनपावर, पंप और मशीनरी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जलभराव की संभावनाओं वाले क्षेत्रों की पहचान करते हुए उन पर कनिष्ठ अभियंताओं की जिम्मेदारी तय की गई है।
एक सप्ताह के भीतर सभी चिन्हित स्थानों का निरीक्षण कर जलभराव के कारण और उसके समाधान पर कार्य करना सुनिश्चित किया जाएगा। इस दौरान आसपास के नागरिकों से बातचीत भी की जाएगी।
प्रत्येक कनिष्ठ अभियंता के साथ सफाई और सीवर से जुड़े कर्मचारियों की एक डेडिकेटेड टीम नियुक्त की जाएगी, जो निरंतर कार्य में जुटी रहेगी। साथ ही संयुक्त आयुक्तों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जोन में नियमित निरीक्षण करते रहे।
दहिया ने कहा कि कनिष्ठ अभियंता नगर निगम की कार्य प्रणाली की एक अहम कड़ी हैं। उन्हें अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाना है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है, कार्य की जवाबदेही भी उन्हीं की होगी। उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर म्यूनिसिपल सेवाएं नागरिकों का अधिकार हैं और इसे सुनिश्चित करना निगम का कर्तव्य है।