कार्यकारिणी के 32 पदाधिकारियों को सौंपे नियुक्ति-पत्र
बैठक में व्यापारियों की समस्याओं और उनके समाधान को लेकर रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर वैध किशन वशिष्ठ ने कहा कि व्यापारी वर्ग प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि सरकारें व्यापारियों की मांगों की अनदेखी करती हैं तो उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। उन्होंने साफ कहा कि व्यापारी अब चुप नहीं बैठेंगे उनकी समस्याओं के समाधान के लिए संगठन संघर्ष के रास्ते पर चलेगा।
उन्होंने बताया कि नवगठित कार्यकारिणी में धर्म चंद छाबड़ा, सत्यनारायण गुप्ता, बलदेव सिंह चहल व नरेंद्र झिमरिया को संरक्षक, सुरेंद्र कुमार चौधरी को वरिष्ठ महामंत्री, गजानंद चौधरी, विनोद गुप्ता, अजीत सैनी, अशोक सैनी, सरदार सुरजीत सिंह अरोड़ा, भारत जिंदल, सुरेंद्र सोनी, धर्मवीर यादव, विमल गोयल, कृष्ण कुमार गुप्ता व नरेश गोगिया को उपाध्यक्ष, संजय संघी, बद्री प्रसाद गर्ग, संदीप शांडिल्य, राजेश कटारिया व जगमोहन गर्ग को महामंत्री, खेमचंद शर्मा को संगठन मंत्री, घनश्याम गर्ग, मनीष गोगिया, सुरेश पाहुजा, रतन नूनीवाला व नरेश मित्तल को मंत्री, संजय चौधरी को कोषाध्यक्ष, राजकुमार यादव एडवोकेट को कानूनी सलाहकार, मुकेश जैन को जिला प्रवक्ता, सोमदेव शर्मा को मीडिया प्रभारी व संजय शर्मा को नारनौल अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
वरिष्ठ महामंत्री सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि हरियाणा व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष विजय लक्ष्मी चंद गुप्ता ने वैध किशन वशिष्ठ को हाल ही में जिलाध्यक्ष व सुरेंद्र चौधरी को वरिष्ठ महामंत्री नियुक्त किया था। उन्होंने बताया कि वशिष्ठ लंबे समय से व्यापारियों के हितों के लिए संघर्षरत हैं। चौधरी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि सरकार व प्रशासन व्यापारियों की मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाते हैं, तो व्यापार मंडल उनका आभार व्यक्त करेगा। अन्यथा संगठन गांधीवादी तरीकों से आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा। बैठक में बड़ी संख्या में व्यापारी, संगठन के सदस्य और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।