नयी अनाज मंडी में पीआर धान की आवक जारी है, लेकिन 5 दिन से खरीद न होने से परेशान किसानों ने बृहस्पतिवार को मंडी के गेट पर ताला जड़ दिया। किसानों का कहना था कि मिलर्स की ओर से धान में नमी व अन्य कमियां बताकर उनकी फसल को नहीं खरीदा जा रहा है। जिससे उन्हें आर्थिक रूप से परेशानी हो रही है। सूचना मिलने के बाद गेट पर पहुंचे मार्केट कमेटी के सचिव जितेंद्र कुमार ने किसानों को शांत कराया और ताला खुलवाया। बता दें कि सोनीपत मंडी में अब तक 1667 मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है। हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति और विपणन संघ (हैफेड) की ओर से पीआर धान की खरीद जाती है। गोहाना, सोनीपत व कासंडी मंडी में दो मिलर्स की ओर से 10343 मीट्रिक टन (एमटी) पीआर धान खरीदा गया। दोनों मिलर्स ने अंतिम बार 18 अक्तूबर को धान खरीदकर आगे खरीद करने से मना किया था। उसके बाद सोनीपत मंडी में खरीद नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि अब मंडी में करीब 500 एमटी धान सरकारी खरीद होने के इंतजार में पड़ा है। इसी कड़ी में हैफेड ने करनाल के मिलर्स से बुधवार को गोहाना मंडी में खरीद शुरू कराई थी। बृहस्पतिवार को करनाल का मिलर्स धान खरीदने के लिए सोनीपत मंडी पहुंचा तो वहां ढेरियां देखकर धान की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाने शुरू किए।
इस पर नाराज किसान धान की खरीद न करने पर मिलर्स से उलझ पड़े और मंडी के गेट पर जाकर ताला जड़ दिया। किसानों की विरोध किए जाने की सूचना मिलने के बाद मौके पर मार्केट कमेटी के सचिव जितेंद्र कुमार पहुंचे। उन्होंने किसानों को शांत करते हुए ताला खुलवाया। उसके बाद वह किसानों को लेकर अपने कार्यालय चले गए। वहां पर किसानों व मिलर्स के साथ बैठक की। इस दौरान सचिव ने किसानों को शुक्रवार से पीआर धान की सरकारी खरीद शुरू कराने का आश्वासन दिया।

