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सुरों की शाम : सलमान अली के जादू से गूंज उठा सूरजकुंड दिवाली मेला

संगीत, देशभक्ति और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत संगम
सूरजकुण्ड मेले की मुख्य चौपाल पर स्कूली छात्राएं हरियाणवीं डांस प्रस्तुत करती हुई। हप्र
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सूरजकुंड परिसर में आयोजित द्वितीय सूरजकुंड दिवाली मेला 2025 इस बार 'आत्मनिर्भर भारत-स्वदेशी मेला' की थीम पर आधारित है। 7 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले में देश की सांस्कृतिक विविधता, हस्तशिल्प, पारंपरिक खानपान और लोक कलाओं की झलक देखने को मिल रही है। लेकिन इस मेले की सबसे खास और यादगार शाम रही इंडियन आइडल विजेता सलमान अली की प्रस्तुति, जिसने सांस्कृतिक संध्या को सुर, ताल और जोश से सराबोर कर दिया।

सलमान अली की प्रस्तुति ने बांधा समां

हरियाणा के युवा और प्रतिभाशाली गायक सलमान अली ने जैसे ही मंच संभाला, पूरे सूरजकुंड परिसर में संगीत की लहर दौड़ गई। उन्होंने अपने एकल प्रदर्शन में 'मेरे रश्के कमर', 'तेरी दीवानी', 'मुस्कुराने की वजह तुम हो', 'चेहरा है या चांद कोई' और 'तेरे मस्त मस्त दो नैन' जैसे गीतों से दर्शकों को भावनाओं और उत्साह के सागर में डुबो दिया।

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भीड़ का जोश तब चरम पर पहुंच गया जब उन्होंने 'सुनो गौर से दुनिया वालों' गाया। इस देशभक्ति गीत के दौरान दर्शकों ने मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाकर ऐसा दृश्य रचा, जिसने माहौल को एकता और गर्व से भर दिया।

हर वर्ग के दर्शकों को भाया संगीत

सलमान अली ने अपनी आवाज के जादू से ना केवल युवाओं, बल्कि हर आयु वर्ग के दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। 'छैंया छैंया', 'आवारा दबंग' और 'अरिजीत सिंह मेडले' जैसी ऊर्जावान प्रस्तुतियों से उन्होंने मंच को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम के अंत में प्रस्तुत पंजाबी और न्यू मिक्स मेडले ने संपूर्ण सांस्कृतिक संध्या को यादगार बना दिया।

 

 

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