एमडीयू में शिक्षक भर्ती में आरक्षण नीति की अनदेखी का आरोप
छात्र संगठनों ने सौंपा ज्ञापन
Advertisement
एमडीयू में चल रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण नीति की अनदेखी का आरोप लगाते हुए विभिन्न छात्र संगठनों ने कुलसचिव डॉ. कृष्ण कांत गुप्ता को कुलाधिपति के नाम ज्ञापन सौंपा। छात्र नेता विक्रम सिंह डुमोलिया, प्रदीप मोटा, सुधीर कुमार सहारन, युद्धवीर बडेसरा, अमन अंबोली और दीपक सावरियां ने संयुक्त रूप से कुलसचिव डॉ कृष्ण कांत गुप्ता से निवेदन किया कि वह कस्टोडियन हैं इसलिए सभी वर्गो के संवैधानिक प्रतिनिधित्व की रक्षा करें। ज्ञापन में मांग की गई कि विश्वविद्यालय में सरकार द्वारा 18 सितंबर 2025 को जारी एसओपी के अनुसार रोस्टर रजिस्टर तैयार कर आरक्षण नीति को लागू किया जाए। छात्र नेताओं ने कहा कि यदि आरक्षण नीति के अनुसार प्रतिनिधित्व सुनिश्चित नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।विक्रम ने कहा कि जब तक सभी वर्गों को संवैधानिक प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता, तब तक भर्ती प्रक्रिया नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन 1979 से आरक्षण नीति की मनमानी व्याख्या कर रहा है, जिससे आरक्षित वर्गों के अधिकारों का हनन हुआ है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह लोहान फरवरी 2026 में अपने कार्यकाल के समाप्त होने से पहले जल्दबाजी में भर्ती पूरी करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, उच्च शिक्षा निदेशक पंचकूला, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अध्यक्ष और अनुसूचित जाति आयोग को भी भेजी गई है।
Advertisement
Advertisement
