एआई केवल तकनीक नहीं, सामाजिक परिवर्तन का नया आधार : डॉ. कौशिक
गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुरू
गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में बृहस्पतिवार को दो दिवसीय 5वां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘एआई के युग में उद्यमिता : स्थिरता और सामाजिक नवाचार के प्रतिमान’ विषय पर धूमधाम से आरंभ हुआ। यह सम्मेलन डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट और कॉलेज ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, सीएमयू के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।
सम्मेलन में भारत के साथ-साथ अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, जापान, इज़राइल, बांग्लादेश, नेपाल, यूएई, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, नाइजीरिया और जर्मनी सहित कई देशों से आए शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और उद्यमियों ने भाग लिया।
विशेषज्ञों ने एआई आधारित उद्यमिता, ग्रीन टेक्नोलॉजी, सामाजिक नवाचार, भविष्य की कार्यशैली और सतत विकास लक्ष्यों में तकनीक की भूमिका पर विचार-विमर्श किया। दो दिवसीय इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, पेशेवरों और छात्रों को एक ऐसे वैश्विक मंच से जोड़ना है, जहां वे अपने शोध कार्य, अनुभव और नवाचारों को अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ साझा कर सकें।
गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. संजय कौशिक ने सम्मेलन की अध्यक्षता की। आईजीयू मीरपुर के कुलपति डॉ. असीम मिगलानी मुख्यातिथि, अमेरिका के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रो. संजय कुमार विशिष्ट अतिथि और कुलसचिव डॉ. संजय अरोड़ा मुख्य संरक्षक के रूप में उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. कौशिक ने कहा कि एआई केवल तकनीकी बदलाव का साधन नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन और नई उद्यमिता का निर्णायक आधार बन चुका है।
उन्होंने युवाओं से एआई आधारित स्टार्टअप्स में अवसर तलाशने और तकनीक के जिम्मेदार उपयोग का आह्वान किया। मुख्य अतिथि डॉ. मिगलानी ने इसे वैश्विक सहयोग और ज्ञान आदान-प्रदान का उत्कृष्ट मंच बताया और आयोजन समिति को सफल शुरुआत के लिए बधाई दी।
