अहिल्याबाई होल्कर का जीवन नारी सशक्तिकरण के लिए प्रेरणा
गुरुग्राम, 24 मई (हप्र)
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन नारी सशक्तिकरण, सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण की अमिट प्रेरणा है। वे एक साधारण परिवार से थीं, लेकिन अपने आदर्श नेतृत्व, धार्मिक पुनर्जागरण और सामाजिक सुधारों के माध्यम से उन्होंने भारतीय इतिहास में एक विशिष्ट स्थान बनाया। राव नरबीर सिंह शनिवार को सोहना की अनाज मंडी स्थित अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित रानी अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी जन्म स्मृति संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई ने अपने कार्यकाल में प्राचीन सांस्कृतिक मूल्यों और आधुनिक दृष्टिकोण का अद्भुत संतुलन प्रस्तुत किया। काशी विश्वनाथ, सोमनाथ जैसे अनेक प्रमुख मंदिरों का जीर्णोद्धार करवाकर उन्होंने धार्मिक धरोहरों के संरक्षण में अतुलनीय योगदान दिया। इसके साथ ही, विधवा पुनर्विवाह और महिला शिक्षा को प्रोत्साहित कर उन्होंने समाज सुधार की दिशा में ऐतिहासिक पहल की। इस अवसर पर सोहना के विधायक तेजपाल सिंह तंवर और पटौदी की विधायक बिमला चौधरी भी उपस्थित रही। कार्यक्रम की शुरुआत पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर की गई।संगोष्ठी में बीजेपी की पूर्व ज़िला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ ने रानी अहिल्याबाई के जीवन की प्रेरणादायक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि वे भारतीय स्त्रियों के लिए गौरव और प्रेरणा का प्रतीक हैं। अपने शासनकाल में उन्होंने सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य किया, विशेष रूप से भील, गोंड व अन्य जनजातीय तथा पिछड़ी जातियों के उत्थान में उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही। इस संगोष्ठी की सफलता समाज की सामूहिक जागरूकता और रानी अहिल्याबाई होल्कर के प्रति गहरी श्रद्धा का प्रतीक रही। कार्यक्रम में पाल बघेल समाज की विशेष सहभागिता ने सामाजिक समरसता और जनभागीदारी की भावना को और अधिक सशक्त किया। कार्यक्रम में भाजपा मंडल सोहना (गुरुग्राम ग्रामीण) के अध्यक्ष सौरभ सिंगला, सोहना नगर परिषद के चेयरमैन राजिंदर बागड़ी, नगर परिषद के पार्षद, तावडू व पटौदी विधानसभा क्षेत्रों के मंडल अध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।