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एजेंसियों ने रिजेक्ट किया खराब बाजरा, सस्ते में बेच रहे किसान

अनाज मंडी में इस बार बाजरे की सरकारी खरीद न के समान रही है। वहीं, निजी खरीद एजेंसियां भी एमएसपी 2775 रुपये प्रति क्विंटल से कम दाम में बाजरा खरीद रही हैं, जिससे किसान परेशान हैं। गांव मंडलाना के किसान...

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अनाज मंडी में इस बार बाजरे की सरकारी खरीद न के समान रही है। वहीं, निजी खरीद एजेंसियां भी एमएसपी 2775 रुपये प्रति क्विंटल से कम दाम में बाजरा खरीद रही हैं, जिससे किसान परेशान हैं।

गांव मंडलाना के किसान कृष्ण कुमार ने बताया कि उनका बाजरा प्राइवेट एजेंसी ने 1700 रुपये प्रति क्विंटल में खरीदा। उन्होंने कहा कि चाहे बाजरा कितना भी अच्छा हो, 1800 रुपये से ऊपर नहीं लिया जा रहा। किसान शशी यादव ने बताया कि कई बार मंडियों में पांच-छह दिन तक फसल रखते हैं, लेकिन न तो सरकारी खरीद हो रही है और न ही भावांतर या मुआवजा मिल रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि एमएसपी पर खरीद और भावांतर स्कीम के तहत किसानों की भरपाई सुनिश्चित की जाए। किसानों का साफ कहना है कि प्राइवेट व्यापारी बाजरे को 1800-2000 रुपये प्रति क्विंटल ही खरीद रहे हैं, जबकि सरकारी खरीद और रूस्क्क का वादा पूरा नहीं हो रहा।

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इस संबंध में मार्केट कमेटी सचिव नकुल यादव ने कहा कि सरकारी एजेंसी भी खरीद के लिए मंडियों में पहुंच रही है, लेकिन बारिश और खराब गुणवत्ता के कारण 50-60 ढेरियां रिजेक्ट हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी किसान का बाजरा सही पैमाने पर होगा तो उसे सरकारी एजेंसी द्वारा खरीदा जाएगा।

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