सोनीपत, 14 जुलाई (हप्र)
रजिस्ट्री करने की एवज में रिश्वत लेने के आरोपी गोहाना के नायब तहसीलदार रहे अभिमन्यु को राजस्व विभाग ने निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद उन्होंने जिला न्यायालय में सरेंडर किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। आरोपी करीब दो माह से फरार था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम लगातार दबिश दे रही थी। दबाव बढ़ने पर उन्होंने न्यायालय में सरेंडर किया।
बता दें कि तीन अप्रैल को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने गोहाना तहसील में छापा मारा था, तब अर्जीनवीस यशपाल मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि रजिस्ट्री कराने की एवज में नायब तहसीलदार ने अर्जीनवीस के माध्यम से रुपये मांगे थे। रजिस्ट्रियों व इंतकाल की एवज में रिश्वत लेने के आरोपी नायब तहसीलदार अभिमन्यु ब्यूरो की कार्रवाई के दौरान दीवार कूदकर फरार हो गया था।
इसके बाद से वह लंबे समय तक फरार रहा और कार्यालय से भी गैर हाजिर चलता रहा। राज्य सरकार के राजस्व विभाग ने नायब तहसीलदार को निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद अभिमन्यु ने जिला न्यायालय में पहुंचकर सरेंडर किया, जहां से उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
एसीबी टीम ने नायब तहसीलदार के घर से बरामद की थी नकदी
एसीबी ने शुरूआत में अर्जीनवीस यशपाल मल्होत्रा को गिरफ्तार किया लेकिन नायब तहसीलदार अभिमन्यु फरार हो गया था। टीमें उसका पीछा करती हुई रोहतक स्थित लोहारू के नायब तहसीलदार के आवास पर पहुंची। वहां पर अभिमन्यु की कार मिली और उसमें से उसके दो मोबाइल फोन भी मिले लेकिन अभिमन्यु वहां से भी फरार हो चुका था। इसके बाद टीम अभिमन्यु के घर पहुंची तो वहां स्टोर की अलमारी से 2.80 लाख रुपये बरामद हुए। बाद में एसीबी ने गोहाना तहसील कार्यालय के सेवादार आशीष को गिरफ्तार किया था। अर्जीनवीस नायब तहसीलदार व सेवादार से सेटिंग करके रिश्वत लेता था। सेवादार के माध्यम से नायब तहसीलदार तक रिश्वत की रकम पहुंचाई जाती थी ।
कोट...
आरोपी नायब तहसीलदार अभिमन्यु ने सोनीपत में न्यायालय में सरेंडर किया। वहां से उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
-सोमबीर देशवाल, डीएसपी, एंटी करप्शन ब्यूरो, रोहतक
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गोहाना के नायब तहसीलदार अभिमन्यु पर रिश्वत लेने के आरोप लगे थे। विभाग के अधिकारियों से जांच कराने के बाद उनको निलंबित कर दिया गया था।
-विपुल गोयल, राजस्व मंत्री, हरियाणा सरकार