फर्जी पासपोर्ट से जीपीए बनाकर एनआरआई की प्रॉपर्टी बेचने का आरोपी गिरफ्तार
जिला पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के एक सदस्य को गुरुग्राम पुलिस ने लंदन से भारत पहुंचने पर दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने मंगलवार को बताया कि 3 जनवरी 2023 को सदर थाना पुलिस को आर्थिक अपराध शाखा-1 ने एक शिकायत सौंपी थी। इसमें शिकायतकर्ता ने कहा था कि वह यूएसए में रहते हैं और उनके 2 मकान सेक्टर-31 गुरुग्राम में हैं। वह और उनकी पत्नी इनके मालिक हैं। 4 सितंबर 2021 को उनके पास एक प्रॉपर्टी डीलर ने कॉल करके बताया कि दोनों मकानों के बदले 15 लाख रुपये उनके बेटे को एडवांस में दे दिए हैं और एक करोड़ रुपये आरटीजीएस करवा रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि उनका कोई बेटा नहीं है। प्रॉपर्टी डीलर ने उनको फर्जी जीपीए, पोजिशन लेटर व फर्जी पासपोर्ट दिखाए। पता चला कि करण भटनागर द्वारा उनकी प्रॉपर्टी लखविंदर सिंह को ट्रांसफर कर दी गई है।
उन्होंने एचएसवीपी में शिकायत दी। एचएसवीपी से लखविंदर सिंह व करन भटनागर की फोटो भी मिली। शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा-1 ने की। आर्थिक अपराध शाखा-1 ने लखविंदर सिंह के घर पर छापा मारा तो पता चला कि आरोपी 2022 में लंदन जा चुका है। इस पर गुरुग्राम पुलिस द्वारा केंद्रीय एजेंसियों से संपर्क किया गया। मंगलवार को आरोपी लंदन से भारत आ रहा था। जैसे ही वह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचा तो गुरुग्राम पुलिस ने उसे काबू कर लिया।
आरोपी की पहचान लखविंदर सिंह (31) निवासी गांव हयातपुर रुड़की नवां शहर पंजाब के रूप में हुई है। आरोपी से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वह शिकायतकर्ता की प्रॉपर्टी को एक अन्य व्यक्ति द्वारा उसका फर्जी बेटा करण भटनागर बनकर उनके फर्जी पासपोर्ट फ्रांस से बनवाए। उन पासपोर्ट के आधार पर एक जर्नल पावर ऑफ अटॉनी कॉन्टन ओबवैल्डन स्विट्रलैंड से रजिस्टर्ड करवाई। उसी फर्जी जीपीए को एंबेसी के माध्यम से भारत मंगवाकर कलेक्टर कार्यालय गुरुग्राम में रजिस्टर्ड करवा लिया गया। फर्जी जीपीए के आधार पर करण भटनागर ने प्रॉपर्टी मार्च 2021 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यालय में आकर लखविंदर सिंह के नाम ट्रांसफर परमिशन रजिस्टर्ड करवा दी।
