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‘सच्चा शिक्षक राष्ट्र निर्माता कभी सेवानिवृत्त नहीं होता’ 

शिक्षक राष्ट्र निर्माता तथा सामाजिक अभियंता होता है, इसलिए वह जीवनभर समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में जुटा रहता है। सच्चा शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। ये विचार आध्यात्मिक विचारक महंत स्वामी नरोत्तम दास महाराज ने बुधवार को जिला के...
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रेवाड़ी के गांव सीहा स्थित स्कूल में बुधवार को आयोजित समारोह में भाग लेते अतिथिगण। -हप्र
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शिक्षक राष्ट्र निर्माता तथा सामाजिक अभियंता होता है, इसलिए वह जीवनभर समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में जुटा रहता है। सच्चा शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता।

ये विचार आध्यात्मिक विचारक महंत स्वामी नरोत्तम दास महाराज ने बुधवार को जिला के गांव सीहा स्थित सरकारी स्कूल में व्यक्त किए। वे यहां विद्यालय के अंग्रेजी प्राध्यापक यशपाल आर्य की सेवानिवृत्ति पर आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। अध्यक्षता प्राचार्य एवं साहित्यकार सत्यवीर नाहड़िया ने की। समारोह में सांस्कृतिक अहीरवाल नामक संगठन के निदेशक सत्यव्रत शास्त्री ने मुख्य वक्ता तथा जिला गणित विशेषज्ञ अशोक नामवाल ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। गांव के पूर्व सरपंच विक्रम पांडे ने स्वागताध्यक्ष की भूमिका निभाई। समारोह में ग्राम पंचायत, स्कूल प्रबंधन समिति तथा क्षेत्र के शिक्षाविदों में सामाजिक कार्यकर्ताओं में श्री आर्य को तीन दशकों की उत्कृष्ट सेवाओं के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया। इस अवसर पर आर्य द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘गांवों की कहानियां’ का लोकार्पण मुख्य आकर्षण रहा। समारोह में शिक्षाविद् राजसिंह आर्य, हेडमास्टर रामकुमार, वरिष्ठ कवि शुभराम शास्त्री मौजूद रहे।

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