अभियान चलाकर 140 औद्योगिक इकाइयों का किया औचक निरीक्षण
ग्रैप-3 लागू होने के बाद सीएक्यूएम, प्रशासन ने की कार्रवाई
बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते ग्रैप-3 लागू होने के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) और जिला प्रशासन ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की। सुबह 7 बजे से शुरू हुए विशेष अभियान में 19 टीमों ने 140 से अधिक औद्योगिक इकाइयों का औचक निरीक्षण किया। 30 औद्योगिक इकाइयों में खामियां मिली हैं। फिरोजपुर बांगर क्षेत्र में भट्ठियां तोड़ी गई और एक फैक्टरी सील की गई है। शुक्रवार सुबह 7 बजे राई स्थित पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में बैठक के बाद अभियान शुरू किया गया, जिसका नेतृत्व डीसी सुशील सारवान और एसपी नरेंद्र कादियान ने किया। इसके अलावा सोनीपत, गन्नौर, गोहाना और खरखौदा के एमडीएम ने भी टीमों की अगुवाई की।
सीएक्यूएम के अधिकारियों के साथ सोनीपत प्रशासन के ड्यूटी मजिस्ट्रेट भेजकर कुंडली, नाथूपुर, राई, मुरथल, बड़ी और खरखौदा औद्योगिक क्षेत्रों में 19 टीमें उतारी गईं। इनमें 55 से अधिक अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण विशेषज्ञ और भारी पुलिस बल शामिल रहा।
टीमों ने जांच में 30 उद्योग मानकों का उल्लंघन करते पाए गए। कहीं चिमनियों से धुआं लीक होता मिला तो कहीं डीजल का प्रयोग कर जेनरेटर चलाने की जानकारी मिली। कहीं एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) पूरी तरह काम करते नहीं मिले। ईटीपी पर मानक प्रदर्शित करने का मीटर नहीं मिला।
फिरोजपुर क्षेत्र में कई स्थानों पर भट्ठियां धधकती मिलीं। फिरोजपुर बांगर स्थित एक औद्योगिक इकाई में एल्युमिनियम पिघलाया जा रहा था। जिसे मौके पर ही सील कर दिया गया। 8 भट्ठियों को ध्वस्त किया। सुबह सभी टीमें राई विश्राम गृह में एकत्रित हुईं, जहां डीसी ने निर्देश देते हुए कहा कि ग्रैप-3 के नियम लागू होंगे, किसी भी प्रदूषणकारी इकाई को बख्शा नहीं जाएगा। विश्राम गृह को अस्थायी कंट्रोल रूम की तरह संचालित किया गया, जहां से लाइव जीपीएस ट्रैकिंग, वीडियो कॉल और रियल-टाइम रिपोर्टिंग के माध्यम से कार्रवाई मॉनिटर होती रही। टीमों ने निरीक्षण के दौरान जिन अनियमितताओं को चिह्नित किया है। जिन इकाइयों में भारी अनियमितता मिलीं उनके खिलाफ सीलिंग, बिजली काटने, भारी जुर्माना और संचालन पर प्रतिबंध की सिफारिश भेजी जाएगी।

