एड्स के खिलाफ मजबूत जन आंदोलन जरूरी : स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने युवाओं से एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूक रहने और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सही जानकारी, समय पर जांच और आवश्यक सावधानियों के माध्यम से इस बीमारी का उपचार संभव है। मंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और प्रमाणित चिकित्सा सलाह को अपनाएं। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर गुरुग्राम के गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलन कर 12 अगस्त से 10 अक्टूबर तक चलने वाले राज्यव्यापी एचआईवी, एड्स जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया तथा मोटर साइकिल और ऑटो रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह बीमारी संक्रमित खून, असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुइयों और मां से बच्चे में प्रसव या स्तनपान के दौरान फैलती है। समय पर जांच, सही उपचार और जागरूकता इसका सबसे बड़ा बचाव है। साथ ही उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार एचआईवी/एड्स पीड़ितों की मदद के लिए विशेष योजनाएं चला रही है। मुफ़्त इलाज, परामर्श और जागरूकता कार्यक्रमों के ज़रिए मरीजों को सहयोग दिया जा रहा है। सरकार एचआईवी/एड्स प्रभावित लोगों के लिए 1 अप्रैल 2021 से विशेष वित्तीय सहायता योजना भी चला रही है, जिसके तहत पात्र लाभार्थियों को 2250 रुपए प्रति माह दिए जाते हैं। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने कहा कि युवाओं की सक्रिय भागीदारी से ही इस बीमारी के खिलाफ एक मज़बूत जन आंदोलन खड़ा किया जा सकता है। हर व्यक्ति का यह दायित्व है कि वह खुद जागरूक रहे और अपने ज्ञान से दूसरों को भी जागरूक बनाए, ताकि जागरूकता का यह संदेश हर कोने तक पहुंचे। पटौदी से विधायक बिमला चौधरी ने कहा कि युवा देश की रीढ़ हैं और उन्हें अपनी तथा समाज की सेहत के प्रति सजग रहना चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और गांव-गांव जागरूकता का संदेश फैलाएं।
10 अक्तूबर तक चलेगा अभियान
सिविल सर्जन गुरुग्राम डॉ. अलका सिंह ने बताया कि 12 अगस्त से 10 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत विभिन्न जिलों में नाटकों, नृत्यों, मीडिया कार्यशालाओं, प्रदर्शनी और मोटरसाइकिल रैली के माध्यम से युवाओं तक सही जानकारी पहुंचाई जाएगी। अभियान का उद्देश्य न केवल बीमारी की रोकथाम है, बल्कि एचआईवी से ग्रस्त लोगों के कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समाज में उनके प्रति हो रहे भेदभाव को समाप्त करना भी है।उन्होंने बताया कि एचआईवी/एड्स से संबंधित किसी भी जानकारी, मार्गदर्शन या सहायता के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1097 पर संपर्क किया जा सकता है, जहां प्रशिक्षित परामर्शदाता सहयोग और जानकारी प्रदान करते हैं।