फोन पर खुद को डीएसपी बताकर पॉलिटैक्निक के छात्र से ठगे एक लाख
एक शातिर ने खुद को डीएसपी बताकर पॉलीटेक्निक छात्र से एक लाख 17 हजार रुपए ठग लिए। पीडि़त को पहले तो एक लड़की द्वारा आत्महत्या करने तथा परिवार द्वारा उस पर केस दर्ज कराने की धमकी देने की बात बताकर...
एक शातिर ने खुद को डीएसपी बताकर पॉलीटेक्निक छात्र से एक लाख 17 हजार रुपए ठग लिए। पीडि़त को पहले तो एक लड़की द्वारा आत्महत्या करने तथा परिवार द्वारा उस पर केस दर्ज कराने की धमकी देने की बात बताकर धमकाया गया और फिर थर्ड डिग्री टॉर्चर का वीडियो दिखाकर डराया गया। पीडि़त छात्र डर गया और अपने और अपने पिता के फोन-पे व पेटीएम से 17 बार ट्रांजैक्शन कर उसे पैसे भेज दिए। बाद में उसे पता चला कि वह साइबर ठगी का शिकार हुआ है। उसने तुरंत इसकी शिकायत पोर्टल पर की। अब थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। लाइनपार क्षेत्र के रहने वाले एक छात्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह रोहतक पॉलीटैक्निक में पढ़ाई कर रहा है। गत 15 नवम्बर की शाम वह घर पर पढ़ाई कर रहा था। इसी दौरान एक अनजान नंबर से उसे फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को डीएसपी बताया और कहा कि एक लड़की ने आत्महत्या कर ली है और उसके परिवार ने उस पर केस दर्ज करवाने की बात कही है। आरोप लगाकर उसे मानसिक रूप से दबाव में लेते हुए ठग ने उसे फोन पर लगातार बनाए रखा और केस दबाने के नाम पर पैसे भेजने को कहा। ठग ने धमकी देते हुए थर्ड डिग्री टॉर्चर का वीडियो भी भेजा और कहा कि पुलिस उसे उठाने आ रही है, जिससे पीडि़त बेहद डर गया। घबराहट में छात्र ने अपने और अपने पिता के खाते से पेटीएम और फोन पे के माध्यम से 17 ट्रांजैक्शन कर कुल 1 लाख 17 हजार 840 रुपए ट्रांसफर कर दिए। कुछ देर बाद जब उसे होश आया तो पता चला कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुका है। इसके बाद हिमांशु ने तुरंत राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई। पीडि़त ने पुलिस से ठग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और ठगे गए रुपए वापस दिलवाने की मांग की है। मामला अब साइबर सेल की जांच में है।

