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डागर पाल के गांव मंडकौला में होगी 52 पालों की महापंचायत

डागर पाल के सबसे बड़े गांव मंडकौला में सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ महापंचायत होगी। महापंचायत की तिथि 52 पालों के प्रधान अरूण जेलदार सौन्दहद से विचार विमर्श के बाद तय की जाएगी। महापंचायत में दिल्ली के बदरपुर बार्डर से लेकर...

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डागर पाल के सबसे बड़े गांव मंडकौला में सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ महापंचायत होगी। महापंचायत की तिथि 52 पालों के प्रधान अरूण जेलदार सौन्दहद से विचार विमर्श के बाद तय की जाएगी। महापंचायत में दिल्ली के बदरपुर बार्डर से लेकर मथुरा और भरतपुर तक तथा यमुना नदी की सीमाओं से सटे इलाके से लेकर रेवाड़ी तक की खाप और पाल सम्मलित होंगी। इस बारे में मंडकौला स्थित झीरी वाले मंदिर पर डागर पाल के 16 गांवों की पंचायत हुई। पंचायत की अध्यक्षता डागर पाल प्रधान धर्मबीर डागर ने की। धर्मबीर ने बताया कि सामाजिक रस्मों पर कुरीतियां हावी होती जा रही है। इसके खिलाफ सामूहिक तौर पर महापंचायत का फैसला लिया गया है। महापंचायत में 52 पालों को आमंत्रित किया जाएगा। इसके लिए 52 पालों के प्रधान अरूण जेलदार सौन्दहद के साथ पंचायती परंपरा के अनुसार वार्ता की जाएगी। महापंचायत का एजेंडा शादी, विवाह, लग्न, सगाई, भात, छुछक और मृत्यु भोज पर खर्च करने की सीमा तय की जाएगी। डीजे बजाने और शराब पीने-पिलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने पर भी चर्चा की जाएगी। इस बारे में 52 पालों के सरदारों और पंचों और गणमान्य लोगों के साथ मसौदा तैयार किया जाएगा।

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