पतंग उड़ाते समय स्कूल की छत टूटने से गिरा बच्चा, मौत
पंचायत भवन के नजदीक गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल परिसर में पतंग उड़ाते समय हॉल की छत गिरने से 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। मृतक बल्लबगढ़ के प्राइमरी स्कूल में चौथी कक्षा का छात्र था। डेढ़ महीने बाद उसका जन्मदिन था। पुलिस जांच अधिकारी शमशेर ने बताया कि बच्चे की मां ममता गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मिड-डे मील बनाने का काम करती है। महिला परिवार के साथ स्कूल में बने एक कमरे में रहती है।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार शाम करीब 6 बजे उसका 12 साल का बेटा कृष्णा स्कूल की छत से पतंग उड़ा रहा था। स्कूल की छत के साथ में एक हॉल पर सीमेंट की चादर छत से बनी हुई है। कृष्णा पतंग उड़ाने के दौरान सीमेंट की चादर वाली छत पर चला गया और वह टूट गई। हादसे के दौरान उसकी माता स्कूल के पास ही सफाई कर रही थी। छत टूटने से कृष्णा करीब 15 फिट की ऊंचाई से नीचे गिरा और उसका सिर फर्श से टकरा गया। जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आवाज सुनते ही उसकी मां हॉल की तरफ दौड़ी, लेकिन उसका ताला लगा था जिसके बाद मां ने ताले की चाबी तलाश कर ताले को खोला और कृष्णा को घायल हालात में लेकर सरकारी अस्पताल पहुंची। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मूल रूप से यह परिवाह बिहार के जिला बागलपुर गांव मानसर का रहने वाला है। काफी समय से बल्लभगढ़ में रह रहा है। कृष्णा की मां ने बताया कि उसके 6 बच्चे हैं जिनमें कृष्णा 2 बड़ी बहनों से छोटा था। कृष्णा की बड़ी बहन प्रीति क्लास 10 में पढ़ाई कर रही है। दूसरी बहन नन्दनी गर्ल्स प्राइमरी स्कूल में 5वीं में पढ़ रही है। सबसे छोटा बाई गोपाल प्राइमरी स्कूल में कक्षा 3 में पढ़ रहा है। कृष्णा के पिता कारे लाल बेलदारी का काम करते हैं। पूरा परिवार पिछले 3 सालों से स्कूल में ही रह रहा था। इससे पहले परिवार सेक्टर-4 के नजदीक पटेल नगर झुग्गी में रहता था। तीन साल पहले ही ममता ने बच्चों के लिए मिड-डे मील बनाने का काम शुरू किया था।