अनुशासन, साहस और राष्ट्र सेवा का मिश्रण : कर्नल कुट्टी
एनसीसी का दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू
अनुशासन, साहस और राष्ट्र सेवा का मिश्रण। आने वाले दिनों में, हमारे कैडेट्स अपने कौशल का विकास करने, अपनी क्षमता का परीक्षण करने और साथी कैडेट्स के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन की गई गतिविधियों में भाग लेंगे। ये विचार कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल थॉमस कुट्टी ने आज यहां दस दिवसीय एनसीसी प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि वार्षिक प्रशिक्षण शिविर एनसीसी की भावना का उत्सव है। डॉ संदीप यादव ने स्वास्थ्य और सफाई के बारे में एनसीसी कैडेट्स को बताया कि हमारे जीवन में इसका कितना महत्व है और कैडेट्स को भविष्य में इसके प्रति जागरूक रहने की अपील की। बुधवार काे प्रशिक्षण कक्षा के दौरान एनसीसी कैडेट्स को हथियारों के बारे में विस्तार से बताया गया और उनसे रूबरू भी करवाया गया।
इसके साथ-साथ कैडट्स को .22 की फायरिंग करने का अनुभव कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल थॉमस कुट्टी के आदेशानुसार दिया गया, जिसमें सभी कैडट्स ने बढ़- चढक़र भाग लिया और उन्हें जीवन में पहली बार फायरिंग करने का मौका मिला। फर्स्ट ऑफिसर राजेश कुमार मुखी ने बताया कि कई कैडट्स ने बहुत अच्छा निशाना लगाकर फायरिंग प्रतियोगिता में अपना स्थान सुनिश्चित किया।
कैंप के दौरान बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल थॉमस कुट्टी और बटालियन सूबेदार मेजर डी गोपाल कृष्णन ने कहा कि कैंप में कैप्टन अशोक कुमार, फस्र्ट ऑफिसर राजेश कुमार मुखी, थर्ड ऑफिसर प्रतिभा, थर्ड ऑफिसर परविन्द्र, केयर टेकर जोगेंद्र सिंह, केयरटेकर रेनू, जीसीआई ज्योति, सूबेदार सुरेंद्र, बीएचएम संजीव, नायब सूबेदार हरिराम, सूबेदार पीतम, नायब सूबेदार लोकेश कुमार, हवलदार अमित कुमार, रविन्द्र, सीएचएम रविंदर, संजय, सीएचएम संजीव कुमार, प्रदीप, क्लर्क चैनसुख, एडम क्लर्क दिनेश कुमार व प्रशिक्षण शाखा से दिनेश और कृष्ण का विशेष योगदान रहा।