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31 साल के युवक से हो रही थी 15 वर्षीय बालिका की शादी

विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर रूकवाई, परिजनों को चेताया
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जींद, 8 अप्रैल (हप्र)जींद के बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय की टीम की सर्तकता से कालवा गांव में एक बच्ची बालिका वधु बनने से बच गई। टीम ने बाल विवाह की सूचना पर तत्परता दिखाते हुए नाबालिग की शादी को रूकवाया और परिजनों को चेताया। इसके अलावा बाल विवाह अधिनियम की जानकारी भी दी, जिस पर परिजनों ने आश्वासन दिया कि अब वह बालिग होने पर ही विवाह करेंगे।

बाल विवाह निषेध अधिकारी सुनीता को सूचना मिली थी कि गांव कालवा में एक नाबालिग लड़की की शादी करवाई जा रही है। उसकी बारात रोहतक जिले के गांव नांदल से आने वाली है। इस पर रवि लोहान, हवलदार ओमप्रकाश, महिला सिपाही रीना, नीलम, दीपक के साथ मौके पर पहुंचे।

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टीम द्वारा लड़की के परिवार वालों से लड़की के जन्म से संबंधित कागजात मांगे गए तो परिजनों ने पहले तो टालमटोल करने की कोशिश की, और लड़की की उम्र पूरी होने की बात कही, लेकिन जब उनको कार्यालय में बुलाया गया तो लगभग तीन घंटे के बाद जो सबूत दिखाए गए, उनमें लड़की की उम्र महज 15 वर्ष पाई गई। वहीं दूल्हे की उम्र 31 वर्ष मिली। दोनों की उम्र में करीब 16 वर्ष का अंतर मिला। बालिका के घरवालों ने बताया कि लड़की के पिता गुजर चुके हैं और मां अशिक्षित है।

उन्हें कानून की कोई जानकारी नहीं है। इसलिए वह गलती से ऐसा कर रहे थे। इस पर परिजनों को समझाया गया कि आपकी लड़की नाबालिग है, इसलिए आप उसके बालिग होने का इंतजार करें, ताकि कोई कानूनी अड़चन नहीं आए। इस समय अगर नाबालिग लड़की की शादी की जाएगी तो यह गैर कानूनी होगा।

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