रोहतक में सात महीने में 98 नशा तस्कर गिरफ्तार
जिले में नशे के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। एक जनवरी से अब तक एनडीपीएस अधिनियम के तहत 63 मामले दर्ज करके 98 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पांच किलो 880 ग्राम अफीम, 10 किलो 780 ग्राम चरस, 991 किलो 434 ग्राम चूरा पोस्त, 1.088 किलोग्राम हेरोइन, 42 किलो 715 ग्राम गांजा, 149 बोतल विनरैक्स, 150 टेबलेट तथा 7 किलो 480 ग्राम अफीम पौधे बरामद किए गए।
इसी दौरान एनडीपीएस अधिनियम के तहत कमर्शियल रिकवरी में भी एक मामला दर्ज किया गया तथा दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। डीसी धमेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग के विरुद्ध शुरू की गई नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन मानस-1933 प्लेटफार्म की पहुंच बढ़ाने और त्वरित प्रतिक्रिया की सुविधा के लिए मानस हेल्पलाइन 1933 के बारे में नागरिकों को जागरूक करना है। इस हेल्पलाइन की सबसे खास बात यह है कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। लोग बिना डर या निसंकोच नशीली दवाओं की तस्करी व व्यापार की जानकारी सांझा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल समाज में फैले नशे की प्रवृत्ति को रोकेगी, बल्कि युवाओं को भी इस बुराई से बचाने में मदद मिलेगी।
इस बारे में उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि नशा मुक्ति के लिए जारी जंग को और प्रभावी बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए मानस हेल्पलाइन नंबर 1933 की शुरुआत की है।