गुरुग्राम में सात साल के बच्चे का अपहरण कर हत्या
केएमपी एक्सप्रेस-वे के किनारे फेंका शव, बच्चे को पिता के पास छोड़ ड्यूटी पर गई थी मां
जिले में रविवार को सात साल के बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। हत्यारे बच्चे के शव को कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के किनारे फेंककर फरार हो गए। रविवार दोपहर को राहगीरों ने केएमपी एक्सप्रेस-वे के पास सुनसान जगह पर बच्चे का शव पड़ा देखा। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दी।
सूचना पाकर तावडू थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शव बिलासपुर थाना क्षेत्र में होने के चलते वहां की पुलिस को बुलाया गया और शव को कब्जे में लिया। मृतक बच्चे की पहचान आशीष के रूप में हुई है। उसके माता-पिता मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले हैं। वर्तमान में फतेहपुर गांव में किराये के मकान में रह रहे हैं।
जानकारी अनुसार एक दंपत्ति प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। महिला दिन की शिफ्ट में कंपनी में जाती है और उनके पति रात की शिफ्ट में जाते हैं। शनिवार को महिला अपने बच्चे आशीष को उसके पिता के पास छोडक़र नौकरी पर गई थी। इसके बाद जब शाम को वह घर लौटी तो बेटा आशीष घर पर नहीं था। करीब दो घंटे तक दोनों मिलकर बच्चे की तलाश करते रहे, लेकिन बच्चा कहीं पर भी नहीं मिला।
पिता नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर चले गए। जब सुबह वह ड्यूटी से लौटे तो देखा कि उनका बेटा घर नहीं आया था। उन्होंने बच्चे की फिर से तलाश शुरू की और रविवार सुबह पुलिस को बच्चे के गुम होने की सूचना दी। जांच में पता चला कि बच्चे के सीने पर चोट मारी गई है। सीने पर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने संदेह जताया कि बच्चे की हत्या करके शव को यहां पर फेंका गया है।