हथीन, 23 मई (निस)गांव उटावड़ स्थित ईंट-भट्ठे पर 590 बांग्लादेशियों की पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया। इनके नाम-पते और पहचान का ब्यौरा तैयार कर वापस बाग्लादेश भेजा जाएगा। इन्हें उटावड़ से दिल्ली और वहां पश्चिम बंगाल भेजकर बांग्लादेश डिपोर्ट किया जाएगा। उटावड़ थाना पुलिस इंचार्ज इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार को गुप्तचर शाखा विभाग से सूचना मिली कि उटावड़ ईंट भट्ठे पर अवैध तरीके से बांग्लादेशी (रोहिग्यां) रह रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा माराकर बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। उन्होंने बताया कि वे 10 साल पहले बांग्लादेश से भारत आए थे। इन्होंने गैर कानूनी तरीके से सीमा पार कर भारत में प्रवेश किया। भारत के विभिन्न राज्यों में होते हुए राजस्थान में आकर मेहनत मजदूरी करने लगे। राजस्थान में बांग्लादेशियों की पहचान कर डिपोर्ट किए जाने के डर से रेवाड़ी आकर रहने लगे। वे 15 दिन पहले उटावड़ में आए थे। उटावड़ में आने से पहले उन्होंने भट्ठा मालिक से बात की और उसने रहने के लिए ईंटों का मकान बनाकर दिया। वे भट्ठे पर ईंट पथाई का काम करते हैं। इनमें महिला, पुरूष और उनके बच्चे भी शामिल है। इनके पास पहचान के डाक्यूमेंट फर्जी थे। पुलिस के अनुसार सभी की पहचान कर ली गई है। दिल्ली भेजने के लिए डाक्यूमेंट तैयार किए और एसडीएम हथीन को सूचना भेज दी गई है। एसडीएम के हवाले से बताया गया कि डिपोर्ट करने की कार्रवाई की जा रही है। इनके अलावा उपमंडल में और कहीं बांग्लादेशी मिलेंगे उन्हें भी डिपोर्ट किया जाएगा।
बावल के भट्ठे पर मिले 12 बांग्लादेशी
रेवाड़ी, 23 मई (हप्र) : रेवाड़ी पुलिस ने बृहस्पतिवार की शाम को बावल थाना क्षेत्र के गांव नरसिंहपुर गढ़ी के ईंट-भट्ठे से 12 बांग्लादेशियों की पहचान की गई है। इनमें 2 पुरुष, 2 महिला और 8 बच्चे शामिल हैं। सभी एक साल से इस भट्ठे पर काम कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले बावल थाना पुलिस ने भट्ठा मालिकों से पूछताछ की तो उन्होंने अपने यहां किसी बांग्लादेशी होने की बात से इंकार किया था। पुलिस ने जब दबिश दी तो वहां पर अवैध रूप से रह रहे 12 बांग्लादेशी नागरिक मिल गए। भट्ठा मालिक ने पुलिस को झूठी सूचना दी। बावल थाना पुलिस ने भट्ठा मालिक सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। एसपी ने सभी लोगों से अपील की है कि वे अपने पास काम करने वाले या किराए पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवा लें। हो सकता है कोई अपराधी या क्रिमिनल हो। अगर भविष्य में कोई व्यक्ति ऐसा नहीं करता है या पुलिस को झूठी सूचना देता है तो उसके खिलाफ भी पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।