45 बधिर युवाओं को मिली जॉब, राज्यपाल 29 को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, संस्था की उपाध्यक्ष मेघा भंडारी ने कहा कि डब्ल्यूसीपीएसएचआई का उद्देश्य दिव्यांगजनों को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है। असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. सीमा ने बताया कि संस्था द्वारा 6 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के लिए हॉस्टल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जहां उन्हें स्किल डेवलपमेंट, नैतिक मूल्यों, और आत्मनिर्भरता से जुड़ी गतिविधियां सिखाई जाती हैं। बच्चों को सिलाई, ब्यूटीशियन कोर्स, पेंटिंग, योग का प्रशिक्षण दिया जाता है। संस्था का उद्देश्य इस विशेष वर्ग को शिक्षा, कौशल विकास, और रोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके विभिन्न केंद्रों में कंप्यूटर ट्रेनिंग, सॉफ्ट स्किल्स, हस्तकला, और व्यवहारिक जीवन कौशल सिखाए जाते हैं। संस्था नियमित रूप से मोटिवेशनल सेशन्स और काउंसलिंग भी आयोजित करती है, जिससे दिव्यांगजन मानसिक रूप से सशक्त बन सकें।