राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 23 मई
ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यहां मिट्टी ढहने से चार मजदूर दब गए, जिनमें दो महिला मजदूरों की मौत हो गई। वहीं दो अन्य मजदूर घायल हैं।
गौरतलब है कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत फरीदाबाद स्टेशन के नवीनीकरण का काम चल रहा है, जिसमें मजदूर दिन-रात लगे हुए हैं। शुक्रवार दिन में करीब 12.30 इस हादसे से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
रेलवे स्टेशन पर निर्माण के दौरान मिट्टी ढहने से हुए हादसे में घायल मजदूरों को जिला नागरिक अस्पताल बादशाह खान लाया गया, जहां दो मजदूरों की मौत हो गई।
सिविल अस्पताल फरीदाबाद के आपातकालीन विभाग में घायल महिला मजदूरों का इलाज चल रहा है। इनके नाम गोविंदा और काजल हैं। वहीं जिन दो महिला मजदूरों की मौत हुई है उनकी पहचान नविता और नंदिता के रूप में हुई है।
जैसे ही घटना की सूचना उत्तर रेलवे के डीआरएम(डिजीवनल रेलवे मैनेजर) के डीआरएम पुष्पेश रमन त्रिपाठी को मिली, वह थोड़ी देर में घटनास्थल पहुंचे तथा जांच के आदेश दिए। उसके बाद अस्पताल पहुंचकर उन्होंने घायलों का हालचाल पूछा। राजकीय रेलवे पुलिस फरीदाबाद के डीएसपी राजेश चेची भी नागरिक अस्पताल पहुंचे और मृतकों के परिजनों से बात की।
मरने वाली महिलाओं में मूल रूप से नवाबगंज गांव, लखीसराय बिहार की रहने वाली नविता व बंगाल की रहने वाली नंदिता है। घायलों में काजल व गोविंदा झारखंड के रहने वाले हैं। सभी श्रमिक फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन साइट पर ही रहते थे।
फिलहाल स्टेशन के नवीनीकरण कार्य चल रहा है। इसलिए परिसर में बेसमेंट के लिए खुदाई की जा रही थी। शुक्रवार सुबह अर्थमूवर से खुदाई की गई। इस मिट्टी को निकालने के लिए श्रमिक नीचे उतरे।
मिट्टी निकालते समय अचानक मिट्टी का बड़ा हिस्सा ढह गया। उस दौरान चार श्रमिक ठीक नीचे थे, जो दब गए। चीख-पुकार होते ही अर्थमूवर व अन्य श्रमिकों की मदद से श्रमिकों को बाहर निकाला गया।
महिला श्रमिक रवीना ने बताया कि वहां कुल चार महिलाएं काम कर रही थीं। लेकिन शौच के लिए दो महिलाएं वहां से चली गई, इसलिए उनकी जान बच गई। जीआरपी मामले की जांच कर रही है तथा अन्य परिजनों के आने के बाद शवों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।