मानेसर क्षेत्र में सोमवार को अवैध रूप से बनाए गए गोदामों को हटाने के दौरान टीम पर हमला, पथराव करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ खेड़कीदौला पुलिस थाना में केस दर्ज किया गया है। अपनी शिकायत में डीटीपी के अधिकारी ने कहा कि सोमवार को मानेसर नगर निगम क्षेत्र के गांव कांकरोला-भांगरोला में अवैध रूप से बनाए गए गोदामों, अनधिकृत कालोनी में तोड़फोड़ करने डीटीपी की टीम पहुंची थी। इस अभियान में ड्यूटी मजिस्ट्रेट (एटीपी), डीटीपी (ईएनएफ) गुरुग्राम का स्टॉफ एवं अधिकारी मौजूद थे। आरोप है कि गांव भांगरौला व कांकरौला के पार्षद राकेश हयातपुर के उकसाने पर लोगों ने टीम एवं जेसीबी ऑपरेटरों पर पत्थर फेंके गए। इस दौरान एक जेसीबी हेल्पर गंभीर रूप से घायल हो गया और जेसीबी के शीशे भी क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा एक अज्ञात महिला ने अन्य के साथ मिलकर तोडफ़ोड़ की ड्यूटी कर रहे स्टॉफ के साथ दुर्व्यवहार किया। सरकारी जीप के सामने लेटने की कोशिश की। खेड़कीदौला गुरुग्राम में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मंगलवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें सत्यवीर (57), अजीत कुमार (46) व रामअवतार (49 वर्ष) शामिल हैं। तीनों निवासी गांव कांकरौला के हैं। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला कि डीटीपी की टीम अपने साथी कर्मचारियों व ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ अवैध निर्माण करने पहुंची तो इनके वेयरहाउस को तोड़ने को लेकर इन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डीटीपी की टीम व अधिकारियों के साथ बहस की। वेयर हाउस तोड़ने के बाद डीटीपी टीम आगे अवैध निर्माण को तोड़ने लगी तो वहां पर स्थानीय लोगों की भीड़ ने डीटीपी व तोड़फोड़ करने गए अधिकारियों, कर्मचारियों व जेसीबी पर पथराव करना शुरू कर दिया। इन आरोपियों ने भी भीड़ का साथ दिया और पथराव किया।
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