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नहर किनारे मिलीं 14 नई श्रीमद्भगवत गीता

धार्मिक ग्रंथों को नहरों में डालकर किए जा रहे अपमान के खिलाफ “सुनो नहरों की पुकार” मिशन लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है। मिशन के सदस्यों को रोहतक में जेएलएन नहर किनारे सील पैक हालत में 14 नई...
रोहतक नहर में डालने के लिए लाए गए धार्मिक ग्रंथ दिखाते सुनो नहरों की पुकार” मिशन के मुख्य संरक्षक प्रोफेसर डॉ. जसमेर सिंह। -हप्र
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धार्मिक ग्रंथों को नहरों में डालकर किए जा रहे अपमान के खिलाफ “सुनो नहरों की पुकार” मिशन लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है। मिशन के सदस्यों को रोहतक में जेएलएन नहर किनारे सील पैक हालत में 14 नई श्रीमद्भगवत गीता मिलीं, जिन्हें सुरक्षित रख लिया गया। मिशन के संस्थापक, मुख्य संरक्षक एवं जाट कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. जसमेर सिंह ने बताया कि पिछले 4 साल 1 महीने से वे नहरों के जल में किसी भी प्रकार की वस्तु प्रवाहित न करने का अभियान चला रहे हैं। इस दौरान लोगों को जल संरक्षण और धार्मिक सामग्री के उचित निष्पादन के प्रति जागरूक किया जा रहा है ताकि न तो धार्मिक भावनाएं आहत हों और न ही जल प्रदूषित हो।

साइकिलिस्ट मुकेश नानकवाल और युवा अजय हुड्डा ने बताया कि अब तक वे नहरों के अंदर व किनारे से 100 से अधिक श्रीमद्भगवत गीता एकत्रित कर चुके हैं। इन ग्रंथों को किसी मंदिर, लाइब्रेरी या धाम को सौंपा जाएगा। इस सामाजिक कार्य में जल योद्धा दीपक छारा, डॉ. रविंद्र नांदल, ईश्वर सिंह दलाल, रणबीर मलिक, साहब सिंह धामड़, डॉ. संतलाल बुधवार, वेदपाल नैन, निर्मल पन्नू, नरेंद्र अहलावत और जतिन मलिक अपनी सेवाएं प्रतिदिन स्वच्छ जल को समर्पित कर रहे हैं।

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