अप्पू घर प्रोजेक्ट में 1200 परिवारों को मिली राहत, 7 साल बाद फिर खुलेगा रास्ता
कंपनी की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण मामला दिवालिया प्रक्रिया में चला गया। इसके बाद हरि ग्लोबल एलएलपी ने प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए एक समाधान योजना पेश की थी, जिसे 6 साल पहले मंजूरी मिल गई थी। हालांकि, कुछ अलॉटियों ने इस योजना के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई और कोर्ट में मामला लंबित हो गया, जिससे पूरी प्रक्रिया ठप हो गई।
हाल ही में एनसीएलएटी ने सभी आपत्तियों को खारिज कर दिया और निर्देश दिया कि योजना को दोबारा अलॉटियों की वोटिंग के लिए भेजा जाए। अगर बहुमत से योजना को मंजूरी मिलती है, तो हरि ग्लोबल एलएलपी अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करेगा।
एचएसवीपी की सीलिंग भी हटाई गई
सितंबर 2022 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने प्रोजेक्ट की जमीन को लीज रेंट न भरने के कारण सील कर दिया था। लेकिन 13 मार्च 2024 को एनसीएलएटी ने इस सीलिंग को गलत बताया और जमीन को डी-सील करने का आदेश दिया। इस दौरान एम3एम और भूटानी ग्रुप जैसे बड़े बिल्डरों ने भी रुचि दिखाई थी, लेकिन उनके प्रस्ताव कानूनी अड़चनों के कारण अस्वीकार कर दिए गए।
अलॉटियों को अब है उम्मीद
हरि ग्लोबल एलएलपी के मैनेजिंग पार्टनर अरुण शर्मा ने लगातार छह साल तक इस मामले को आगे बढ़ाया। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील डॉ. अभिषेक मनु सिंहवी ने एनसीएलएटी में बहस करते हुए बताया कि अलॉटियों को 10 साल से न्याय का इंतजार था और यह योजना सभी कानूनी शर्तों को पूरा करती है। इस फैसले से अलॉटियों को बड़ी राहत मिली है। अब सभी की निगाहें वोटिंग पर हैं, जिससे उनकी अधूरी उम्मीदें पूरी हो सकेंगी और यह लंबे समय से रुका हुआ सपना पूरा होगा।