फरीदाबाद की 113 साल की चंद्री देवी का निधन, रोज करती थीं वॉक
फरीदाबाद जिले में रहने वाली 113 साल की वोटर चंद्री देवी का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। उन्होंने हाल ही में नगर निगम चुनाव में घर से आखिरी बार वोट डाला था। प्रशासन के रिकॉर्ड में वे फरीदाबाद की सबसे उम्रदराज वोटर थीं। चुनावों में उनकी भागीदारी लोगों को प्रेरित करती थी। चाहे लोकसभा चुनाव हो या नगर निगम के, चंद्री देवी हमेशा वोट डालने जाती थीं। उनकी करीब 16 साल की उम्र में शादी हो गई थी।
चंद्री देवी गाय के दूध की शौकीन थीं। रोजाना डेढ़ लीटर दूध पीती थीं। वह वर्तमान में सेक्टर-8 बल्लभगढ़ में छोटे बेटे के साथ रहती थीं। पृथला गांव की रहने वालीं चंद्री देवी की शादी करीब 16 साल की उम्र में गांव सीही के मुख्तयार सिंह से हुई थी। उनके पति मुख्तयार सिंह जमींदार थे। 1997 में उनका निधन हो गया था। शादी के बाद वह सीही में ही रहने लगीं और फिर अपने छोटे बेटे के साथ सेक्टर 8, बल्लभगढ़ में शिफ्ट हो गईं। परिवार के मुताबिक, चंद्री देवी का स्वास्थ्य एकदम ठीक था। वह रोजाना सुबह 6 बजे उठती थीं और करीब 200 कदम तक घर में वॉक करती थीं। उनके लिए खासतौर पर गिर नस्ल की गाय रखी गई थी, क्योंकि वो सिर्फ गाय का दूध ही पीती थीं। हर दिन डेढ़ लीटर दूध पीना उनका नियम था। सब्जी-रोटी भी सामान्य तौर पर खाती थीं।
दो बेटों, 4 बेटियां और पोतों की देख चुकी थी शादी
बड़े बेटे सुखबीर तेवतिया ने बताया कि मां शांत स्वभाव की थीं। वे दान-पुण्य और पूजा-पाठ में समय बिताती थीं। परिवार के लोग या गांव के रिश्तेदार जब भी मिलने आते, वो सबसे मिलतीं और सबकी बातें ध्यान से सुनती थीं। कुछ साल पहले तक घी भी खाती थीं, लेकिन बाद में वह छोड़ दिया था। उनके 2 बेटे सुखबीर तेवतिया 72 और राजबीर तेवतिया 69 हैं। दोनों जमींदार हैं। बेटियां मोहनदेई, लीलावती, शकुंतला और ओमवती हैं। चंद्री देवी के 2 पोते नवीन और सोनू तेवतिया हैं, जिनकी शादी हो चुकी है और उनके बच्चे भी हैं। पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले चंद्री देवी ने चुनावी गीत गाया। उन्होंने बताया था कि पुराने समय में चुनाव के दौर में गीत गाकर वोटिंग करने जाते थे। तब उन्होंने कहा था कि वह खुशी से वोट डालने जाएंगी।