अम्बाला शहर, 6 दिसंबर (हप्र)
स्थानीय खत्री सभा दोफाड़ हो गई है। दोनों ही गुट अलग-अलग बैठकें करके समाज के अधिकतर लोगों का समर्थन होने का दावा भी कर रहे हैं और अपने अपने एजेंडे को सामने रख रहे हैं। कभी पंजीकृत रही खत्री सभा अम्बाला शहर में राम बाग शमशान घाट का प्रबंध प्रमुख रूप से देखती है और यही गोबिंदपुरी दोनों गुटों की बैठकों का अखाड़ा बन गया है।
दरअसल सभा के चुनाव को लेकर काफी समय बीत जाना ही इसके गुटों में बंटने का एक प्रमुख कारण है। पिछले 12 वर्ष से न तो सभा के चुनाव ही हुए और न किसी ने सभा के पंजीकरण को रिन्यू करवाने का कष्ट किया। एक गुट ने हाल ही में सेवा सदन में बैठक करके चुनाव करवाकर नये पदाधिकारियों की घोषणा कर दी थी, लेकिन अभी तक काबिज दूसरा गुट उसे असंवैधानिक बता रहा है और अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कर रहा है।
आज खत्री सभा के एक गुट की साधारण बैठक डॉक्टर सुरजीत आंगरा की अध्यक्षता में गोविंदपुरी अंबाला शहर में संपन्न हुई। इसमें कई खत्री परिवारों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में बिरादरी के मौजूद गणमान्य व्यक्तियों ने सभा के उत्थान के लिए अपने विचार व सुझाव प्रस्तुत किए। बैठक अध्यक्ष सुरजीत आंगरा ने सुझाव दिया कि खत्री सभा को श्मशान भूमि के अतिरिक्त और भी सामाजिक कार्य करने चाहिए, जिसमें शव वाहन, चैरिटेबल डिस्पेंसरी, गरीब परिवारों की सहायता, खत्री सभा के नाम से शहर में चौक बनाना आदि शामिल हैं। टोनी मल्होत्रा ने युवा इकाई के गठन का सुझाव दिया ताकि सभा की सक्रियता बढ़ सके। कार्यकारिणी की बैठक हर 3 महीने में एक बार करवाने का निर्णय लिया गया।
इसी बीच स्वयं को असली खत्री सभा बताने वाले गुट ने प्रधान विजय मेहरा की अध्यक्षता में गोबिंदपुरी में ही गत दिवस एक मीटिंग की, जिसमें भी बड़ी संख्या में सदस्यों ने हिस्सा लिया। बैठक में संगठनात्मक विषयों के अलावा बताया गया कि 29 नवंबर को विधायक अमर सिंह द्वारा गोबिंदपुरी में विद्युत शब्द इलेक्ट्रॉनिक मशीन का उद्घाटन कर दिया गया है। इसके लिए सभा ने विधायक का आभार जताया। सभा में राजेश मल्होत्रा, अशोक कपूर, अशोकपुरी, शत्रुघ्न सेखड़ी इत्यादि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।