सैर का सलीका भी है ज़रूरी
घूमना-फिरना सबको अच्छा लगता है, लेकिन एक जिम्मेदार पर्यटक बनने के लिए केवल टिकट और बैग पैक करना काफी नहीं होता। एयरपोर्ट से लेकर होटल और पर्यटन स्थलों तक कुछ जरूरी शिष्टाचार, नियम और स्थानीय संस्कृति का सम्मान करना बेहद जरूरी है।
सैर-सपाटा और पर्यटन का शौक हर किसी को होता है लेकिन कई बार कुछ स्थानीय नियमों, एटीकेट्स और छोटी-मोटी बातों की जानकारी न होने से घुमक्कड़ी मजा देने की बजाय सजा देने वाली साबित हो सकती है और आपका मजा किरकिरा हो सकता है। इसलिए बाहर जाने से पहले इन बातों को जान लें।
एयरपोर्ट पर व्यवहार
समय पर पहुंचें : हर कोई जानता है कि एयरपोर्ट शहर से दूर होते हैं। रास्ते में कई बार ट्रैफिक जाम की समस्या होती है और एयरपोर्ट पर रिपोर्टिंग उड़ान के वास्तविक समय से काफी पहले करनी पड़ती है। इसके बावजूद कुछ लोग हाथ में समय न लेकर घर से लेट निकलते हैं। फिर एयरपोर्ट फ्लाइट छूट जाने के कारण परेशान होते हैं। आमतौर पर विमान छूटने के 2 घंटे पहले एयरपोर्ट पर पहुंच जाना चाहिए।
तैयार रखें डॉक्यूमेंट : अपनी फ्लाइट टिकट, वीजा और परिचय पत्र आदि अपने पास सुविधाजनक स्थिति में रखें ताकि तुरंत दिखा सके और आपके पीछे कतार में खड़े दूसरे यात्रियों को अनावश्यक विलंब ना हो।
कम लें लगेज : हवाई जहाज में लगेज एक सीमित वजन तक ही ले जाते हैं। इसका पता होते हुए भी कुछ लोग अधिक वजन ले जाते हैं फिर अनावश्यक भुगतान करने की मजबूरी पर पछताते हैं।
समझ कर लें फोटो : एयरपोर्ट में भी कई हिस्सों में फोटोग्राफी निषेध है। इसलिए सोच-समझकर और जानकारी लेकर ही सेल्फी या फोटो लें। बिना अनुमति के एयरहोस्टेस की फोटो या उसके सेल्फी लेने की गलती न करें।
सही जगह पर रखें सामान : आपकी सीट के लिए जो कैबिन अलॉट किया गया हो, अपना सामान उसमें ही रखें। दूसरे यात्रियों की जगह न रोकें।
बच्चों का रखें ध्यान : अपने बच्चों को फ्लाइट में दौड़ने के लिए न छोड़ें। और न ही दूसरे के बच्चों को किस करने या उनके गाल खींचने जैसी हरकतें करें।
होटल में शिष्टाचार
स्टाफ से सही व्यवहार : माना कि आप एक अच्छे होटल में अच्छी सर्विस और सुविधा के लिए ठहरते हैं लेकिन होटल स्टाफ को निजी सहायक न समझें और उनसे हमेशा शिष्टतापूर्वक बात करें ।
नियम का पालन करें : होटल के चेक इन और चेक आउट टाइम की सही जानकारी रखें। उनके नियमों का पालन करें और अपनी सुविधा से समय तय करने की जिद न करें। नाश्ता, लंच, डिनर आदि की टाइमिंग हर जगह फिक्स होती है। इसके मुताबिक ही भोजन ले। समय के बाद भोजन देने की ज़िद न करें। होटल में प्रति प्लेट डिनर, लंच या ब्रेक फास्ट चार्ज होता है। परिवार के सभी सदस्य अलग-अलग प्लेट लें। एक ही प्लेट में खा कर अनावश्यक विवाद न उठाएं।
न उठाएं सामान : होटल का सामान जैसे बेडशीट, पिलो कवर, टॉवल, चम्मच और दूसरी चीजें चुराने की प्रवृत्ति न रखें।
न करें दूसरों को डिस्टर्ब : रेस्टोरेंट में खाना खाते समय यह होटल की लॉबी में जोर जोर से बातें ना करें। होटल के दूसरे मेहमानों की सुविधा का भी ध्यान रखें सुनिश्चित करें कि आपकी किसी गतिविधि से उन्हें तकलीफ न हो। नो स्मोकिंग जोन में धूम्रपान न करें।
पर्यटन स्थल पर
संस्कृति के अनुसार आचरण : हर राज्य या देश की अपनी एक खास संस्कृति होती है आपको पर्यटन स्थल से जुड़ी खास बातें जान लेनी चाहिए ताकि आप स्थानीय लोगों की भावना को जाने-अनजाने में ठेस न पहुंचाएं। स्थानीय दुकानदारों या अन्य सेवा प्रदाताओं पर रौब झाड़ने या उनसे झगड़ा करने से बचें।
कचरा न फैलाएं : एक जिम्मेदार पर्यटक बने और इधर-उधर कचरा फैलाने से बचें। साथ ही प्लास्टिक का उपयोग भी यथासंभव न करें।
धार्मिक परंपरा का पालन : किसी धार्मिक स्थल में प्रवेश कर रहे हो तो जूते बाहर खोलने और सिर ढकने सहित वहां का ड्रेस कोड भी जान लें और तदनुसार आचरण करें।