व्यस्त जीवनशैली के चलते आजकल घरों में भोजन जल्दी में ही बनाया जाता है। खासकर कामकाजी महिलाएं सुबह बच्चों को तैयार कर, ब्रेकफास्ट, लंच बनाने के बाद कार्यस्थल पर जाती हैं। ऐसे में खाना पकाने में ज्यादा प्रयोग व विविधता संभव नहीं। शायद इन परिस्थितियों के चलते ही ‘ वन पॉट कुकिंग ‘ का ईजाद किया गया जिससे समय की बचत, स्वाद व सेहत एक साथ मिलते हैं।
सुबह अमूमन हर घर में एक दौड़ - सी लगी रहती है। बच्चों को स्कूल भेजना। फिर घर के अन्य सदस्यों के लिए लंच तैयार करना। आपने जल्दी- जल्दी सब कुछ निपटाया और ऑफिस के लिए निकल गईं। रास्ते में मोबाइल स्क्रीन पर रेसिपीज देख आप सोचती हैं कि आज घर जाकर इसे बना लूंगी। लेकिन समय की कमी कुछ विशेष बनाने की इजाजत नहीं देती। कई बार आप मन मारकर ऑनलाइन कुछ मंगवा लेती हैं या फिर ‘ कुछ ‘ भी बनाकर खा लेती हैं। लेकिन कम पोषक तत्व मिलने और जंक फूड खाने से सेहत बिगड़ती है। शायद आज की परिस्थितियों को देखते हुए ही ‘ वन पॉट कुकिंग ‘ का ईजाद किया गया है। परंपरागत ‘ खिचड़ी’ इसी का बेहतरीन उदाहरण है। आज इस अवधारणा को स्वाद , सेहत और सुविधा से जोड़ दिया गया है।
एक पैन में खाना बनाने की खूबियां
दुनिया भर में एक पैन में खाना बनाना सुविधाजनक माना जाता है। यह दृष्टिकोण स्वादिष्ट, पौष्टिक व्यंजन बनाने के लिए उपयुक्त है। खाना पकाने के चरणों के दौरान विभिन्न सामग्रियों को जोड़ा जाता है। तो जानिये ‘ वन पॉट कुकिंग ‘ की खूबियां-
समय की बचत
वन पॉट कुकिंग के महत्वपूर्ण फायदों में से एक है समय की बचत। चूंकि इस विधि में एक ही बर्तन का प्रयोग किया जाता है इसलिए यह बर्तनों को धोने में लगने वाले अतिरिक्त समय को बचाता है। साथ ही एक बर्तन में पूरा भोजन तैयार कर आप ढेर सारे व्यंजनों को तैयारी और सफाई करने में लगा समय बचा सकती हैं। इसमें खाना जल्दी भी बनता है।
पोषणकारी भोजन
व्यस्त जीवन शैली वालों के लिए स्वाद और सेहत से समझौता किये बिना वन पॉट कुकिंग अच्छा चुनाव है। इसमें विशेष ध्यान रखा जाता है कि सभी पोषक तत्त्व भी मौजूद हों। प्रोटीन , विटामिन, कार्ब्स, और फैट का संतुलन बना रहता है खाने में।
बढ़ता है स्वाद भी
वन पॉट कुकिंग के जरिए बन रहे खाने में स्वाद बढ़ जाता है। क्योंकि इसमें विभिन्न चीजों को एक साथ मिलाकर पकाया जाता है। कई सामग्रियों के रस एक साथ घुल-मिल जाते हैं जिससे अद्भुत स्वाद बनता है। रंग-बिरंगी सब्जियां, नट्स, अनाज और फ्रूट्स भोजन को अलग ही रंगत प्रदान करते हैं।
नये-नये प्रयोग संभव
वन पॉट कुकिंग का एक सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यह ‘वर्सटाइल’ होता है। आपको अलग-अलग चीजों और स्वाद के साथ प्रयोग करने के अवसर मिलते हैं। वन पॉट कुकिंग केवल कुछ भी उबालकर, पेट भरने तक ही सीमित नहीं रह गया है। इस विधि द्वारा अनेकों प्रकार के व्यंजन बनाये जा रहे हैं। आप इसमें वेज, नॉनवेज , सी - फूड या कुछ भी बना सकती हैं। आप चाहें तो कोई भी परंपरागत व्यंजन जैसे बिरयानी भी बनाकर खा सकती हैं। बस सामग्रियों को एक साथ मिलाइए और अपनी मनपसंद डिश में प्रयोग करते हुए संपूर्ण भोजन की शक्ल दे दीजिए।
बजट के मुताबिक
वन पॉट कुकिंग ऑप्शन घर के बजट के लिए भी अच्छी है। क्योंकि इसमें हम उन्हीं चीजों का प्रयोग करते हैं जिन्हें आसानी से अफोर्ड कर पाते हैं और इसमें खाना बचता भी नहीं है। प्रायः लोग उतना ही बनाते हैं जितने की जरूरत होती है।
इन बातों का रखें खास ध्यान
वन पॉट कुकिंग के लिए उपयोग में आने वाला बर्तन बड़ा और गहरा होना चाहिए। पॉट बिल्कुल ऊपर तक भरा न रहे। ताकि सभी चीजों को आराम से उस बर्तन में डाला और पकाया जा सके। सुनिश्चित करें कि खाना पकते समय चीजें बाहर नहीं निकले और समान रूप से पक जाएं। वहीं इस तरह खाना बनाने के लिए उपयोग में आने वाली सब्जियों और बाकी चीजों की कटिंग, चॉपिंग और सफाई पहले ही करके रख लें। बर्तन की तली में खाना पकने में अधिक समय लगता है। इसलिए पहले उन चीजों की लेयरिंग करें जो ज्यादा समय लेती हैं पकने में। उसके बाद उन चीजों की लेयर बनाएं जो जल्दी पक जाती हैं। इस तरह कोई भी चीज ना तो बहुत ज्यादा पकेगी और ना ही कच्ची रहेगी। वन पॉट कुकिंग में सादे पानी की जगह आप स्टॉक , कोकोनट मिल्क जैसी लिक्विड चीजों का प्रयोग करें। वहीं पकाने का सही तरीका अपनाना बहुत जरूरी है। ताकि खाना चिपचिपा या बहुत ज्यादा गीला- सा न बने।
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