आजकल लोगों में यूरिक एसिड की समस्या बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है। असल में असंतुलित भोजन, जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस और नींद पूरी न लेना यूरिक एसिड के मुख्य कारण हैं। शरीर में अलग-अलग तरह के दर्द होते हैं जिनका बड़ा कारण यूरिक एसिड है। वैसे तो यूरिक एसिड यूरिन के माध्यम से शरीर के बाहर निकल जाता है, मगर कई बार यह शरीर में रह जाता है जिससे यूरिक एसिड के साथ-साथ और भी कई बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं।
क्या है यूरिक एसिड
यह एक कार्बोनिक कंपाउंड है जो कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन और नाइट्रोजन तत्वों से बना होता है। जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है। जब किडनी शरीर में इन तत्वों को अच्छी तरह से फिल्टर नहीं कर पाती तो ये गैस हड्डियों में जमा होने लगती है जिस वजह से जोड़ों में दर्द, सूजन और कसाव होने लगता है। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह गठिया, गाउट, आर्थराइटिस और किडनी की बीमारी होने का कारण बन जाता है। इससे शरीर में, जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है।
कारण और निदान
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कई कारण हैं, मसलन-गलत खान-पान। जरूरत से ज्यादा मीठा, प्रोटीन और फ्रूक्टोस युक्त भोजन। सी फूड इत्यादि। मैनोपोज के बाद औरतों के शरीर में हार्मोनल चेंजेज की वजह से भी यूरिक एसिड बढ़ सकता है। यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार और जीवन शैली में बदलाव करने होंगे और खानपान पर भी ध्यान रखना होगा। इसके लिए जरूरी है कि खाना खाने के बाद वज्रासन में बैठें। खूब सारा पानी पीयें। शरीर को हाइड्रेट रखें। ताजे फलों का रस, नारियल पानी, ग्रीन टी, नींबू विटामिन सी, डी, ई से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। हरी सब्जियां जैसे-लौकी, धनिया लें। हर रोज लहसुन का सेवन करें। सुबह-शाम 45 मिनट सैर करें। खूब सलाद खायें। फाइबर युक्त भोजन करें। छोटी इलायची, अजवायन का प्रयोग करें। सेब यूरिक एसिट को कंट्रोल करने में बहुत फायदेमंद है। सुबह उठकर अखरोट और बादाम का सेवन करने से भी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
यूरिक एसिड में एसिडिक चीजें, हाई प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे- मटर, पालक, आलू, भिंडी का सेवन न करें। इसके अलावा जंक फूड, फास्ट फूड, मैदे से बनी चीजें भी न लें। चाय, काॅफी का अधिक सेवन न करें। शराब, कोल्ड ड्रिंक, पैकेट जूस न लें। पनीर, फैट मिल्क, दही न लें। दही की जगह लस्सी ले सकते हैं। यूरिक एसिड की समस्या हो तो बिना छिलके वाली ऐसी दालें खानी चाहिए जिनमें अधिक मात्रा में प्रोटीन न हो। इसके अलावा मूंग दाल, राजमा, काले चने, उड़द, सोयाबीन, छिलके वाली मसूर दाल आदि का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। एक बात का हमेशा ध्यान रखें हमारे शरीर में इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता का बहुत महत्व है। अगर हमारी शरीर की इम्यूनिटी स्ट्रांग है तो हम किसी भी बीमारी (बैक्टीरिया या वायरस) से आसानी से लड़ सकते हैं। इसलिए अपनी इम्यूनिटी बढ़ाएं और लाइफ स्टाइल को ऐसा रखें कि आप स्वस्थ रहें।
– डॉ. ज्योति अरोड़ा
(फिजीशियन एवं गायनाकोलोजिस्ट)