शिखर चंद जैन
दिवाली के मौके पर हर किसी की चाहत होती है कि उसका घर जगमगाता हुआ, आकर्षक और उल्लासमय लगे। ऐसा लुक देने के लिए आप भी कर सकते हैं कुछ नए प्रयोग-
आकर्षक डिजाइनों का प्रयोग करें
अपनी पुस्तक ‘एसथेटिक्स ऑफ जॉय’ में इंटीरियर गुरु इनग्रिड फेटल ली ने रंगों के माध्यम से घर को स्वीट और जॉयफुल बनाने के तरीके बताए हैं। रंगों का सही प्रयोग हमारे घर के स्पेस और इसमें रहने वाले लोगों को ऊर्जा से सराबोर कर सकता है। अपने टेड टॉक ‘हाउ कैन वी डिजाइन मोर जॉय इन टू अवर सराउंडिंग’ में फेटेल ली ने बताया है कि ब्राइट कलर्स और राउंड शेप की चीजें हमारे घर को खुशमुना बना सकती हैं। उनका मानना है कि घर के हर स्पेस में हमें ऐसी चीजें जोड़नी चाहिए जो हमें खुशी, ऊर्जा और आनंद की अनुभूति कराएं। जैसे बच्चों के कमरे में पोल्का डॉट दीवारें, स्ट्राइप्स या टेक्सचर्स की लेयरिंग यानी आकर्षक चित्र नयी ऊर्जा दे सकते हैं।
ऊर्जावान रंगों का प्रयोग करें
हर दीवार को खास तवज्जो दें। कलर ब्राइट हों और उनमें तरह-तरह के प्रयोग करें। अलग-अलग स्पेस, कॉर्नर्स और ऑब्जेक्ट्स को सजाने के लिए रंग-बिरंगे बैलून, खिलौने, फ्लावर्स, रंगीन पॉट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसी चीजें इस्तेमाल करने का बड़ा फायदा यह है कि समय-समय पर ज्यादा खर्च किए बिना इनकी अदला-बदली की जा सकती हैं।
कुदरत की न छूटे डोर
शोध के नतीजे बताते हैं कि कुदरत से नजदीकी हमें समस्याओं से बेपरवाह करती है और मन को शांत रखती है। घर में जहां खाली जगह हो वहां या छत अथवा बालकनी में रंग बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाएं। इंटीरियर डेकोरेशन भी प्राकृतिक दृश्य वाला बनवाएं। इसे प्रभावशाली बनाने के लिए चिड़ियों की चहचहाहट, झरने की मधुर ध्वनि वाली ऑडियो फिट करवाएं, सुबह- शाम बजाएं।
फर्नीचर हो जरा हट के
घर की खिड़कियां, दरवाजे, टेबल कुर्सी आदि के साथ कुछ नए प्रयोग करें। पुराने वुडन कलर्स को बाय कहें और इन पर ज्योमेट्रिकल डिजाइंस, फूलों की आकृति अथवा झरनों के दृश्य अंकित करवाएं। बच्चों के रूम में कॉमिक कैरेक्टर्स प्रिंट करवाएं जिससे घर में चारों ओर खुशनुमा वातावरण बनेगा।
एंगुलर ऑब्जेक्ट्स से रहें दूर
एक शोध में पाया कि वर्गाकार या आयताकार चीजों के मुकाबले लोग गोलाकार चीजें ज्यादा पसंद करते हैं और ये चीजें न सिर्फ मन को शांत रखती हैं बल्कि आनंद भी देती हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक एंगुलर चीजें ब्रेन के इमोशनल हब एमिगडाला को उत्तेजित करती हैं, जो एंग्जायटी या अज्ञात भय का संकेतक है, जबकि गोलाकार चीजों से एमिग्डाला शांत रहता है।