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नफरती कमेंट्स का समझदारी से करें सामना

सोशल मीडिया
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इंटरनेट पर नफरतभरी टिप्पणियों को ट्रोल द्वारा संचालित किया जाता है जो सोशल मीडिया मंचों पर अक्सर छद्म प्रोफाइल से सक्रिय होते हैं। ये किसी खास व्यक्ति या ग्रुप को निशाना बनाते हैं। बेहतर है कि ट्रोलर के कमेंट नजरअंदाज कर दें। बात बढ़ जाए तो अकाउंट म्यूट कर दें या उन्हें ब्लॉक करें। प्रोफाइल असली हो तो उसे समझदारी से चुनौती दें।

वैसे तो सोशल मीडिया लोगों द्वारा फेक प्रोफाइल बनाकर नस्लवादी नफरतभरे संदेशों के लिए यह पहले से ही उपजाऊ जमीन रही है। यूं भी यहां नियम आदि कम ही हैं। लेकिन जो लोग शांतिपूर्ण तरीके से तर्कपूर्ण कमेंट्स करते हैं, उनके लिए कई बार ऑनलाइन नफरत से भरे इन कमेंट्स से काफी परेशानी होती है। विशेषकर महिलाओं को जब उनके साथ ही नहीं बल्कि उनके परिवार के सदस्यों को भी कुछ अतिवादी तत्व गालियां देते हैं।

ट्रोल के जरिये संचालित

इंटरनेट पर नफरतभरी टिप्पणियों को ट्रोल द्वारा संचालित किया जाता है। ट्रोल दरअसल एक ऐसा प्रोफाइल होता है, जिसे जानबूझकर विषय से हटकर इंटरनेट पर भड़काऊ प्रतिक्रियाएं भड़काने के लिए ही बनाया जाता है। ट्रोलर्स एकजुट होकर कार्य करते हैं। यदि एक संयत भाषा में बात करता है और दूसरा अपनी बात पर अड़ा रहता है तो उसको चुप कराने के लिए उसी गुट के दूसरे ट्रोलर्स अभद्र भाषा पर उतर आते हैं। ट्रोलर आमतौर पर किसी खास व्यक्ति या ग्रुप को निशाना बनाकर इस बातचीत में शामिल होते हैं और नफरतभरे संदेश साझा करते हैं।

प्रोफाइल से पहचानें

आभासी दुनिया के इन दबंगों-माफियाओं की पहचान करके हमें इनका डटकर मुकाबला करना चाहिए। इनकी पहचान इनकी प्रोफाइल से करनी पड़ती है। अकसर इनका नाम अस्पष्ट होता है। ये अपनी सही आइडेंटिटी के साथ नहीं होते, गुमनाम रहते हैं। कभी-कभी प्रोफाइल ही संदिग्ध होती है, जिस पर कोई पोस्ट नहीं होती, अकाउंट प्राइवेट होता है या फिर वे किसी फेमस आदमी की तस्वीर का इस्तेमाल करते हैं। उनके फॉलोवर्स की जांच करो कि कहीं वे खुद ही ट्रोल्ड तो नहीं हैं। ट्रोलर की पहचान करने के लिए उनके अकाउंट, बिहेवियर को देखना होता है। उनकी गतिविधियां अनियमित होती हैं।

एक हद तक करें नजरअंदाज

अच्छा तो यही है कि ट्रोलर को पहचानने के बाद आप उनकी भड़काऊ और गंदी टिप्पणियों को नजरअंदाज कर दें। अगर बात हद से आगे बढ़ जाए तो आप अपने इस अकाउंट को म्यूट कर दें वर्ना इससे आपको काफी मानसिक कष्ट हो सकता है। ट्रोलर को पहचानने के बाद पहले उसको रिपोर्ट करें और उसके द्वारा की गई भद्दी टिप्पणियों को हटाएं और उसे तुरंत ब्लॉक करें।

समझदारी से चुनौती दें

कभी-कभी नस्लवादी, सम्प्रदायवादी या पर्सनल गाली-गलौज करने वाले कमेंट किसी असली प्रोफाइल से भी फैल सकते हैं। ऐसे में अपनी प्रोफाइल डिलीट करने या उसे ब्लॉक करने की बजाय समाज में नफरत फैलाने वाले ऐसे कमेंट्स को समझदारी से चुनौती दें। अपनी बात स्पष्ट करने के लिए तथ्यों का उपयोग करें। दूसरे लोगों को नफरतभरी इन बातों से होने वाले नुकसान के प्रति अपना नजरिया बताएं और अपने साथ ऐसे लोगों को लेकर चलें, जो आपकी तरह सकारात्मक टिप्पणियां करते हैं। कमेंट्स करते समय अपनी भाषा में विनम्र बने रहें, गरिमा बनाकर रखें। ऐसे ट्रोलर से लड़ने के बजाय उसकी तारीफ करें। हालांकि यह तभी संभव है, जब वह आपसे नफरती अंदाज में बात न कर रहा हो।

सकारात्मक लोगों की मदद लें

ट्रोल्स और नफरत फैलाने वाले ये असामाजिक तत्व मिल-जुलकर सोशल मीडिया पर काम करते हैं और एक-दूसरे के कमेंट्स को सपोर्ट करते हैं। इसलिए जब आपको उनके व्यवहार से दिक्कत हो तो दूसरे लोगों से मदद लेकर उनकी प्रोफाइल की रिपोर्ट करने के लिए कहें। सपोर्ट पाने के लिए अपने जैसे लोगों का एक नेटवर्क बनाएं। उनके हेट कमेंट्स से नवर्स न हों। लेखक की एक दोस्त ने बताया कि किस तरह पिता द्वारा बेटी की हत्या करने की एक पोस्ट पर उन्होंने जब पिता के कृत्य को गलत कहा तो ट्रोलर उनकी तर्कपूर्ण बातों का विरोध करने लगे, सोशल मीडिया में उनको और उनके परिवार विशेष तौरपर बेटी के विषय में भी भद्दे, नफरती कमेंट्स करने लगे, तो उन्होंने अपने अकाउंट को ही डिलीट कर दिया। यदि आपको भी इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़े तो यह स्थिति सचमुच भारी पड़ जाती है। क्योंकि सोशल मीडिया में अगर हम अपने परिवार के सदस्यों को एड करके रखते हैं, तो हमें वहां किन बुरी स्थितियों का सामना यहां करना पड़ रहा है, इसके विषय में परिजनों को भी जानकारी मिल जाती है।

ऐसे में भले एकाउंट डिलीट न करें, मानसिक रूप से परेशान होने पर खुद को अलग कर लीजिए और अपना ध्यान उन बुरी टिप्पणियों से हटाकर कहीं और लगाने की कोशिश करें। सोशल मीडिया पर किसी बुरी घटना से निराश होने की जरूरत नहीं है।                                                                                                                                                             -इ.रि.सें.

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