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पक्षियों के गुस्से-प्यार के इज़हार

के.पी. सिंह इंसान के साथ रहने वाले पालतू पशुओं की तरह कई पक्षी भी इंसानों से अपनी भावनाएं बांटना सीख जाते हैं, विशेषकर तोतों में यह खूबी देखी गई है। अगर आपने अपने पालतू तोते को कई घंटे तक कुछ...
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के.पी. सिंह

इंसान के साथ रहने वाले पालतू पशुओं की तरह कई पक्षी भी इंसानों से अपनी भावनाएं बांटना सीख जाते हैं, विशेषकर तोतों में यह खूबी देखी गई है। अगर आपने अपने पालतू तोते को कई घंटे तक कुछ खाने को नहीं दिया, तो वह गुस्से में आवाजें निकाल सकता है। पिंजरे में लगातार चोंच मार सकता है या कुछ भी ऐसी हरकत करेगा, जिससे जाहिर हो सके कि वह आपसे गुस्सा है। हालांकि जैसे इंसान हमेशा गुस्से में नहीं रह सकता, वैसे ही ऐसे पक्षी जो गुस्सा होना जानते हैं, वो भी हमेशा गुस्से में नहीं रहते। इंसानों की तरह ही इनमंे कभी गुस्सा, कभी चिड़चिड़ापन, कभी अनमनापन जैसे हावभाव भी देखने को मिलते हैं। हालांकि पक्षियों के अनमनेपन को पकड़ना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन उनकी खुशी और उनके गुस्से को पहचानना आसान होता है। जब पक्षी खूब खुश होते हैं, उन्हें अच्छा लग रहा होता है, तब वे आपके इर्दगिर्द बहुत तेजी से उड़ते हैं। खूब आवाजें करते हैं।

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जब उन्हें बहुत गुस्सा आ रहा होता है तो भी कुछ पक्षी खासकर तोता आदि तेज-तेज आवाजें निकालते हैं, देर तक चोंचें खुले रखते हैं और लगता है आपको कुछ समझाने की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं इंसानों की तरह रूठे हुए पक्षी यह भी उम्मीद करते हैं कि आप उन्हें मनाएंगे। पक्षियों मंे इस तरह के स्वाभाविक हावभाव हों भी क्यों न, जब वो अपने रहने के लिए घोसला बनाते हैं, अपने बच्चों की सही से परवरिश करते हैं और इंसानों की ही तरह कुछ भी करके अपने बच्चों के लिए भोजन ढूंढ़कर लाते हैं। खुशी में गाते हैं या कहिए चहचहाते हैं। समूह में मिलकर उड़ान भरते हैं, आवाजें निकालते हैं और दूसरे पक्षियों के साथ इंट्रैक्ट करते हैं। जब पक्षियांे में इस कदर की समझदारी और भावनाएं हमें दिखाई पड़ती हैं, तो भला उनका रूठना या गुस्सा होना आश्चर्यजनक कैसे हो सकता है?

जैसे छोटे बच्चे गुस्से में अकेले रहना पसंद करते हैं, ठीक वैसे ही पक्षी भी गुस्से मंे अकेले रहना पसंद करते हैं। हालांकि पक्षियों में इंसानों की तरह सार्वभौमिक व्यवहार मजबूत नहीं होता। पक्षी अपनी पसंदीदा जगह, पसंदीदा घाेसला, पसंदीदा वातावरण और पसंदीदा व्यक्ति के साथ अलग किस्म का बर्ताव करते हैं और बाकी भिन्न जगहों और लोगों के साथ अलग व्यवहार करते हैं। अगर आप किसी पालतू पक्षी को काफी देर तक पिंजरे में बंद रखते हैं, उसकी खोज खबर नहीं लेते, तो भी वह नाराज हो जाता है। जब पक्षी गुस्से में होते हैं तो वह अपना अधिकांश समय अकेला बिताते हैं। इस दौरान तनावग्रस्त रहने के चलते आमतौर पर वे निष्क्रिय हो जाते हैं। कई बार ऐसे पक्षी गुस्से में शांत बैठ जाते हैं और कई कई दिनों तक भी शांत बैठे रह सकते हैं। इसलिए जब पक्षी गुस्सा होते हैं तो एकांत में दुबकना पसंद करते हैं।

कई बार पक्षी चाहे वो पालतू हो या जंगली थकने के कारण भी गुस्से में आ जाते हैं। पालतू तोते आमतौर पर अपने मालिकों से तब नाराज होते हैं या रूठ जाने की कोशिश करते हैं, जब उनके मालिक यह नहीं जान पाते कि वे किसी तरह की समस्या मंे हैं या भूख व प्यास से पीड़ित हैं। शायद इसकी वजह यह है कि पक्षियों के पास अपनी अभिव्यक्ति करने के लिए बहुत मामूली कुशलता होती है।

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