क्रिएटिविटी के साथ शानदार कमाई वाला पेशा
जिन युवाओं की लिखने में रुचि है, कल्पनात्मक क्षमता के साथ ही उसे प्रस्तुत करने की कला व स्किल्स से लैस हैं व कंटेंट बनाना चाहते हैं, उनके लिए रचनात्मक लेखन अच्छा कैरियर विकल्प हो सकता है। टेक्निकल राइटर, कम्युनिकेशन मैनेजर, कंटेंट राइटर, प्रोफेसर, सम्पादक, पब्लिक रिलेशन आफिसर, तथा पत्रकार के रूप में कैरियर बना सकते है। प्रिंट मीडिया, सैटेलाइट मीडिया और फिल्मी दुनिया में किएटिव राइटर्स की बहुत मांग है।
पूजा पण्डया
क्रिएटिव राइटिंग में कैरियर एक रचनात्मक और लाभकारी कैरियर बन सकता है। लेखन के क्षेत्र की यह विधा बेहद कलात्मक है। इस क्षेत्र से जुड़े लोग वास्तव में रचनात्मक लेखक को पहले उपन्यासकार, कवि, गीतकार आदि विभिन्न नामों से जाना जाता था। लेकिन आजकल इसका एक बहुत फैंसी तथा लोकप्रिय नाम मशहूर है वह है क्रिएटिव राइटर। क्रिएटिव राइटर्स के पास लेखन में जादुई शक्ति होती है और अपने काम के माध्यम से, वे पाठकों को प्रभावित कर सकते हैं और उन्हें मंत्रमुग्ध या खुश कर सकते हैं। आमतौर पर लोग इस काम को आसान मानते हैं, जबकि लेखन बनाना एक लंबी प्रक्रिया है जिसमें बहुत अधिक शोध और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। अगर आप भी लेखन में रुचि रखते हैं तो इस क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा सकते हैं। जो युवा लिखना पसंद करते हैं और अपनी कल्पना का उपयोग करके कंटेंट बनाना चाहते हैं, उनके लिए एक अच्छा कैरियर विकल्प हो सकता है।
क्रिएटिव राइटिंग क्या है?
क्रिएटिव राइटिंग का उद्देश्य गद्य और काव्य छंदों के माध्यम से अपनी भावनाओं, कल्पनाओं और विचारों को व्यक्त करना है। विभिन्न तरह के लेखन जैसे उपन्यास, कविता, कहानी, नाटक, आत्मकथा, पटकथा लेखन, कॉपी राइटिंग आदि को क्रिएटिव राइटिंग कहा जाता है। क्रिएटिव राइटिंग में प्राकृतिक दुनिया के चित्र बनाने के लिए बहुत अधिक कल्पना, अवलोकन और एक जन्मजात क्षमता की आवश्यकता होती है। विभिन्न विषयों और शैलियों पर लेख पढ़कर एक अच्छा लेखक बन सकता है। हर तरह से जीवन का अनुभव करना और बहुत सारे मुहावरों, लहजों और स्थानीय भावों को सीखना और सुनना। रचनात्मक लेखन में कोर्स करके इस स्किल को डेवलप किया जा सकता है।
जॉब्स की संभावनाएं
क्रिएटिव राइटर्स के पास अवसरों की कोई कमी नहीं है। क्रिएटिव राइटर्स अपनी रुचि के अनुसार उपन्यास से लेकर संस्मरण, कविता, गीत, साइंस फिक्शन, रोमांस, स्क्रिप्ट, नाटक, यात्रावृत्तांत आदि लिख सकते हैं। साथ ही वह पत्र−पत्रिकाओं के लिए रिपोर्ट, साक्षात्कार और समीक्षाएं लिख सकते हैं। वेब साइटों के लिए भी कंटेंट लिख सकते हैं या प्रिंट मीडिया के लिए लेख आदि। किसी एक संस्थान से जुड़कर काम कर सकते हैं या फिर फ्रीलांसिंग भी।
क्रिएटिव राइटिंग में टेक्निकल राइटर, कम्युनिकेशन मैनेजर, कंटेंट राइटर, प्रोफेसर, सम्पादक, पब्लिक रिलेशन आफिसर, तथा पत्रकार के रूप में सम्मानजनक कैरियर बना सकते है। आजकल प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सैटेलाइट मीडिया और फिल्मी दुनिया में भी किएटिव राइटर्स की बहुत मांग है। क्योंकि वह युवा आबादी के टेस्ट के अनुसार लेखन कर सकते हैं।
क्रिएटिव राइटिंग की बड़ी कंपनियों को अच्छा वेतन मिलता है। युवा क्रिएटिव राइटिंग स्किल्स के आधार पर अच्छी जॉब ले सकते हैं। कंपनियों को राइटर की जरूरत होती है। क्रिएटिव राइटिंग में डिग्री होना एक प्रमुख लाभ है- इसके साथ आप अलग-अलग कैरियर ऑप्शन चुन सकते हैं। फाइनेंस, पीआर, एनजीओ, सॉफ्टवेयर, यात्रा, उपभोक्ता सामान, मीडिया, शिक्षा, कानून व सरकारी क्षेत्र में बेहतर जॉब के अवसर उपलब्ध हैं।
अनुभव व कौशल आधारित है आय
इस क्षेत्र में आमदनी आपके अनुभव व कौशल पर निर्भर करती हैं। शुरुआती दौर में एक क्रिएटिव राइटर पच्चीस से पचास हजार रुपए प्रतिमाह कमा सकता है। इसके बाद अनुभव बढ़ने के बाद आपका काम व आमदनी दोनों बढ़ते चले जाते हैं। एडवर्टाइजिंग और फिल्म जैसे माध्यमों के सफल क्रिएटिव राइटर्स की आय लाखों रुपए तक पहुंच जाती है। लेकिन इसके लिए बहुत ज्यादा क्रिएटिविटी की जरूरत होती है जो अनुभव के साथ विकसित होती है।
शैक्षिक योग्यताएं
वैसे तो क्रिएटिव लेखन में कैरियर बनाने के लिए किसी औपचारिक शिक्षा की विशेष आवश्यकता नहीं है। लिखने की प्रवृत्ति अक्सर मौलिक तथा प्रकृति प्रदत्त होती है। फिर भी यदि आपको बाहर जाकर किसी संस्थान में इस क्षेत्र से जुड़ना है तो इसके लिए जनसंचार और पत्रकारिता की उपाधि सबसे ज्यादा उपयोगी है। हिन्दी तथा अंग्रेजी साहित्य में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कैरियर की राह आसान बनाती है। भारत में कुछ संस्थान रचनात्मक लेखन में शार्ट टर्म कोर्स कराते हैं और इन पाठ्यक्रम के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता हायर सेकंडरी या 10 2 होनी चाहिए। इनकी न्यूनतम अवधि एक वर्ष है। क्रिएटिव राइटिंग में कैरियर के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री आपको मजबूत नींव दे सकती है और विभिन्न लेखन कौशल सिखा सकती है जबकि क्रिएटिव राइटिंग की पीजी डिग्री क्रिएटिविटी व लेखन को और बेहतर बनाने में मदद करती है।
अतिरिक्त योग्यताएं
क्रिएटिव राइटिंग में कैरियर बनाने वालों में उत्कृष्ट लेखन, व्याकरण, और शैली कौशल का होना आवश्यक है। इसके साथ उनमें जानकारी एकत्र करने और सटीक लेखन के लिए स्रोत ढूंढने की क्षमता हो। ऐसे युवाओं में रचनात्मक लेखन चुनौतियों को हल करने और रचनात्मक समाधान ढूंढने की क्षमता अतिरिक्त योग्यता है। वहीं सर्वाधिक उपयोगी है संचार कौशल। जिससे वह दूसरों के साथ स्पष्ट संवाद करने और लेखन को प्रभावी ढंग से पेश करने की क्षमता विकसित कर सकते हैं। यदि उनमें समय सीमा में काम पूरा करने और बहु-कार्य के लिए समय प्रबंधित करने की क्षमता हो तो उन्हें इस क्षेत्र मे शीर्ष पर पहुंच सकते हैं। वहीं ज्यादा से ज्यादा पढ़ें तथा नियमित ब्लॉग आदि लिखें। लेखन को जारी रखें और सुधार करते रहें। उसे कंप्यूटर का ज्ञान होना व इंटरनेट में आवश्यक सामग्री खोजने की कला आनी चाहिए।
प्रमुख संस्थान
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली, डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर मीडिया स्टडीज, अहमदाबाद, कर्नाटक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, नई दिल्ली, भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली, महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, केरल विश्वविद्यालय, तिरुवनंतपुरम, उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वरः, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे व उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद।