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Trade Tower Market Sirsa: बिना पानी, सीवरेज और सफाई के चल रहा व्यापार, दुकानदारों का संघर्ष जारी

Trade Tower Market Sirsa: दुकानदारों ने वादों पर विश्वास किया और छले गए
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Trade Tower Market Sirsa: सिरसा में ट्रेड टावर मार्केट एक दशक से अधिक समय पहले उस जमीन पर बनाया गया था, जहां पहले सिविल अस्पताल हुआ करता था। दुकानदारों से वादा किया गया था कि उन्हें आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक बाजार मिलेगा, जिसमें पार्किंग, स्वच्छ पानी और अच्छा सीवरेज सिस्टम जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्हें एक आकर्षक योजना दिखाई गई थी।

दुकानदारों ने वादों पर विश्वास किया और छले गए। कई व्यापारियों ने यहां दुकानें किराये पर लीं और अच्छी कमाई की उम्मीद लेकर व्यापार शुरू किया। लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद, वादा की गई सुविधाएं कभी पूरी नहीं हुईं। दुकानदार लगातार किराया देते रहे, लेकिन बाजार की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया।

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दुकानदारों को लगा कि उनके साथ धोखा हुआ है, और उन्होंने स्थानीय प्रशासन व नेताओं से अपनी शिकायतें दर्ज करानी शुरू कर दीं। अब वे न्याय की मांग कर रहे हैं और चाहते हैं कि मंत्री खुद बाजार का दौरा करें और उनकी समस्याओं का समाधान करें। नगर परिषद ने भी यह स्वीकार किया है कि बाजार में समस्याएं हैं और उन्हें जल्द सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

दुकानदारों से किए गए थे ये वादे

दुकानदारों को 2011–12 में एक आधुनिक मार्केट प्लान दिखाया गया था। इसमें बेसमेंट पार्किंग, पहले और दूसरे मंजिल पर बड़े-बड़े दुकानें और तीसरी मंजिल पर नगर परिषद का कार्यालय होने की योजना थी। उन्हें बताया गया था कि बाजार में अच्छी जल आपूर्ति, उचित सीवरेज प्रणाली और सफाई की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। इसी योजना के आधार पर कई दुकानदारों ने 7,000 से 15,000 प्रतिमाह किराये पर दुकानें लीं।

इन समस्याओं का सामना करना पड़ा

दुकानदारों का कहना है कि उनसे जो भी सुविधाएं वादा की गई थीं, उनमें से कोई भी उपलब्ध नहीं कराई गई। न तो सही पानी की आपूर्ति है, न ही उचित सीवरेज सिस्टम और बाजार में साफ-सफाई की भी व्यवस्था नहीं है। कई सालों तक किराया देने के बावजूद, योजनानुसार सुविधाएं उपलब्ध नहीं हुईं। मार्केट की जो मूल डिजाइन एक विशेषज्ञ द्वारा 6 से 7 लाख की लागत से तैयार की गई थी, उसे भी कभी लागू नहीं किया गया। छह साल तक इंतजार करने के बाद, दुकानदारों ने किराया देना बंद कर दिया और नगर परिषद तथा स्थानीय प्रशासन के समक्ष अपनी शिकायतें दर्ज करानी शुरू कर दीं।

समस्याओं को जल्द सुलझाया जाएगा

दुकानदारों के अनुसार, उन्होंने अपनी समस्याओं की जानकारी स्थानीय नेताओं को दी थी, जिनमें पूर्व शिकायत निवारण समिति अध्यक्ष कृष्ण बेदी भी शामिल हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि बाजार को लेकर गलतियाँ हुई हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जब तक सीएम फ्लाइंग स्क्वाड व्यापारियों द्वारा उठाई गई समस्याओं की पूरी जांच नहीं कर लेता, तब तक किराया वसूली बंद कर दी जाए। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी सुनील रंगा ने भी माना कि ये समस्याएं पुरानी हैं। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बातचीत हो चुकी है और स्थानीय प्रशासन की मदद से पानी, सीवरेज और सफाई से जुड़ी समस्याओं को जल्द सुलझाया जाएगा।

पिछले वर्षों में किराये में बदलाव को लेकर दुकानदार नाराज

दुकानदार इसलिए नाराज़ हैं क्योंकि समय के साथ दुकानों का किराया काफी घटा दिया गया। 2019 में नई दुकानों का किराया केवल 3,000 प्रति माह रखा गया, जो पुराने दुकानदारों द्वारा दिए गए किराए से काफी कम था। 2024 तक यह किराया और भी घटा दिया गया। 2025 में ऊपरी मंजिलों की दुकानों के लिए सुरक्षा राशि को 3 लाख से घटाकर 1.5 लाख कर दिया गया। वहीं, मासिक किराया भी घटकर 2,000 से 2,100 तक पहुंच गया। जिन दुकानदारों ने पहले अधिक किराया और सुरक्षा राशि दी थी, उन्हें लगा कि उनके साथ धोखा हुआ है और उन्हें ठगा गया है। वे चाहते हैं कि कोई मंत्री बाजार का दौरा करे और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। (रिपोर्टः अनिल कक्कड़)

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