Explainer: यमुनागर की स्टॉर्मवॉटर ड्रेन परियोजना 6 साल बाद भी अधूरी, अब जगी उम्मीद
YamunaNagar Storm Water Drain Project: रेल एवं जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना के आश्वासन से यमुनानगर की सबसे बड़ी स्टॉर्मवॉटर ड्रेन परियोजना के पूरा होने की उम्मीद फिर से जगी है। यह 4,500 मीटर लंबी ड्रेन कनहैया साहिब चौक से लेकर जम्मू कॉलोनी की डिच ड्रेन तक बिछाई जा रही है। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में बरसात के दौरान होने वाली जलभराव की समस्या से निजात दिलाना है।
लगभग 95% काम पूरा हो चुका है, लेकिन करीब 270 मीटर हिस्सा बाकी है। यह हिस्सा निजी भूमि और रेलवे लाइन से होकर गुजरता है, जिसके कारण कार्य अटका हुआ है।
क्यों जरूरी है यह ड्रेन?
जगाधरी से शुरू होकर यमुनानगर की डिच ड्रेन में गिरने वाला एक बड़ा ‘नाला’ हर साल बरसात में कहर ढाता है। प्रोफेसर कॉलोनी, मॉडल टाउन, शक्ति नगर, टैगोर गार्डन, लाजपत नगर, विजय कॉलोनी और जसवंत कॉलोनी जैसे इलाकों में नाले का गंदा पानी घरों तक घुस जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए स्टॉर्मवॉटर ड्रेन परियोजना शुरू की गई।
परियोजना की लागत और योजना
इस ड्रेन की कुल लागत लगभग 11.84 करोड़ है। यह ड्रेन कनहैया साहिब चौक के पास नाले से जुड़ेगी और बरसात में नाले का पानी और वर्षाजल को बहा ले जाएगी। यह परियोजना अटल मिशन फॉर रीजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसपोर्टेशन (AMRUT) योजना के तहत बनाई जा रही है। इसकी आधारशिला 24 फरवरी 2019 को रखी गई थी।
मामला मंत्री तक कैसे पहुंचा?
हाल ही में मंत्री सोमन्ना ने जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दो दिवसीय दौरा किया। इस दौरान मेयर सुमन बहमानी ने उनसे मुलाकात कर स्टॉर्मवॉटर ड्रेन की समस्या रखी। मेयर के आग्रह पर मंत्री ने अंबाला रेलवे मंडल के डीआरएम से बात की। डीआरएम ने जानकारी दी कि गुलाब नगर कॉलोनी, यमुनानगर में रेलवे ट्रैक के नीचे पाइपलाइन डालने के लिए टेंडर जारी किया जा चुका है।
शेष कार्य कौन करेगा?
कुल 4,500 मीटर में से 4,230 मीटर का काम पूरा हो चुका है। 270 मीटर हिस्सा बाकी है। इसमें से 70 मीटर का काम रेलवे विभाग करेगा और शेष नगरपालिका करेगी, जो निजी भूमि अधिग्रहण के बाद आगे बढ़ेगी। नगर निगम ने रेलवे को पाइपलाइन डालने के लिए धन भी जमा कर दिया है।