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तैयारी की सही रणनीति से सफलता

गेट परीक्षा में अच्छा स्कोर

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साल 2026 के लिए गेट परीक्षा की तिथियों की घोषणा हो गई है। गेट में अच्छे स्कोर से ही आईआईटीज़, आईआईआईटीज़, आईआईएससी सहित शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश मिलता है। तैयारी की सही रणनीति, लगातार अभ्यास से ही इसे क्रैक करना संभव है। सिलेब्स और एग्जाम पैटर्न के मुताबिक बेहतर पुस्तकों से तैयारी करें। पिछले सालों के प्रश्न पत्रों से अभ्यास के अलावा रिविजन भी जरूरी है।

भारत में गेट यानी ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग एक अत्यंत महत्वपूर्ण परीक्षा है। यह सिर्फ एक एग्जाम नहीं बल्कि कैरियर में बदलाव लाने वाला सबसे तकनीकी गेटवे है। इसे आईआईटीएस, आईआईएससी द्वारा आयोजित किया जाता है। गेट में लगभग 30 से ज्यादा विषय होते हैं और छात्र अपनी ग्रेजुएशन शाखा या रुचि के मुताबिक कोई एक या दो पेपर दे सकते हैं। कुल मिलाकर गेट एमटेक में एडमिशन, पीएसयू में जॉब आदि के लिए सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा है। साल 2026 के लिए गेट परीक्षा की तिथियों की घोषणा हो गई है। गुवाहाटी आईआईटी द्वारा आयोजित ये परीक्षाएं 7 फरवरी 2026, 8 फरवरी 2026, 14 फरवरी 2026 और 15 फरवरी 2026 को होंगी। भिन्न-भिन्न शाखाओं के एग्जाम दो सत्र में यानी सुबह व दोपहर को सम्पन्न होंगे। गेट परीक्षा की तैयारी सही रणनीति, लगातार अभ्यास और सही संसाधनों के साथ ही इसे क्रैक कर पाना संभव हो पाता है। जानिये चरण-दर-चरण वो टिप्स जिनसे गेट की अच्छे से तैयारी हो ताकि सफलता मिले।

सिलेब्स और एग्जाम पैटर्न को समझें

गेट परीक्षा में दो चीजें सबसे अहम होती हैं। पहला कोर सब्जेक्ट, यह 70 फीसदी अंकों का होता है और दूसरा एप्टीट्यूड+मैथ्स यह 30 फीसदी अंकों का होता है। सब जानते हैं कि गेट में अच्छा स्कोर करने से ही आईआईटीएस, एनआईटीएस, आईआईआईटीएस, आईआईएससी बंगलुरू सहित देश के 300 से ज्यादा शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश मिलता है। कई संस्थान बिना गेट स्कोर के पीजी में प्रवेश नहीं देते। जेआरएफ/एसआरएफ (जूनियर/सीनियर रिसर्च फेलोशिप), पीएचडी प्रोग्राम, वैज्ञानिक शोध संस्थानों में रिसर्च के पद और आईआईएससी, सीएसआईआर लैब्स, डीआरडीओ, इसरो, जैसी संस्थाएं शोध के लिए गेट स्कोर को प्राथमिकता देती हैं। इसलिए गेट एग्जाम की तैयारी के लिए सबसे पहले अपना पेपर चुनें जैसे (सीई, एमई, ईई, सीएसई और ईसी)। इसके बाद गेट वेबसाइट से पाठ्यक्रम डाउनलोड कर लें और टॉपिक में अपनी पकड़ के हिसाब से तैयारी का तरीका चुनें।

जरूरी है महत्वपूर्ण किताबों का चयन

गेट में एक ही कंसेप्ट बार-बार पूछा जाता है, इसलिए गेट परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को उच्च स्तर की किताबें चुननी चाहिए और एक सब्जेक्ट की एक ही किताब चुननी चाहिए। कई महत्वपूर्ण लेखकों की अलग अलग विषयों पर महत्वपूर्ण किताबें हैं। जैसे- सीएसई के लिए के लिए गैलविन (ओएस), ईएसई के लिए सेंड्रा स्मिथ (एनालॉग), एमई के लिए आर.के बंसल (फ्ल्यूड), पीएस गिल (प्रोड)। इसी तरह सीई के लिए बी.सी पूर्णिमा (स्ट्रक्ट), एस.के दुगल (सर्वेक्षण) आदि चुनें। हर टॉपिक को बेसिक से शुरू करें, नोट्स भी खुद बनाएं, फार्मूला शीट तैयार करें। क्वेश्चन देखे बिना पहले कंसेप्ट को समझें।

बेहतर प्रिपरेशन का सीक्रेट

बेहतर तैयारी के लिए पिछले सालों के क्वेश्चन पेपर देखना बहुत जरूरी है ताकि सवालों का पैटर्न ही न समझ में आए बल्कि 50 फीसदी सवाल भी आसानी से हल हो सकें। गेट के 10-12 सालों के प्रीवियस क्वेश्चन शीट हासिल कर लें और इनके आधार पर तैयारी करें। पहले बिना टाइम लिमिट के तैयारी करें, फिर समय लेकर टेस्ट की तरह हल करें। पिछले सालों के आये सवालों को हल करने से हम जान जाते हैं कि किस किस तरह के कंसेप्ट परीक्षा में पूछे जाते हैं। सभी सवालों के सही से और समय पर जवाब दे सकें, इसके लिए एक टाइम टेबल बनाया जाना बहुत जरूरी है। डेली रूटीन के तहत 3 से 4 घंटे तक कोर सब्जेक्ट की पढ़ाई करें। एक घंटा एप्टीट्यूड को दें। 30 मिनट मैथ्स (गणित) और 30 मिनट रिविजन के लिए निकालें।

यूं शुरू करें टेस्ट सीरीज

जब आप किसी कठिन परीक्षा को पास करने की तैयारी करते हैं, तो उसमें कम से कम 20 पूरे टेस्ट गंभीरता से देने चाहिए। इससे हमें रियल एग्जाम की सही आदत पड़ती है। टाइम मैनेजमेंट बेहतर होता है और हमारे कमजोर पक्ष सामने आते हैं। पहला टेस्ट नॉलेज के लिए और बाकी के टेस्ट अपनी परफोर्मेंस बेहतर बनाने के लिए करें।

रिविजन की रणनीति

गेट की परीक्षा पास करने के लिए बार-बार रिविजन पर ध्यान देना जरूरी है। गेट टॉपर्स के जो इंटरव्यू आते रहे हैं, उनमें से ज्यादातर ने माना कि बेहतर एग्जाम करने के लिए उन्होंने पूरे सिलेब्स को कम से कम 3 बार रिवाइज किया और फार्मूला शीट अपडेट रखे। अपने कठिन टॉपिक और गलत सवालों की एक छोटी नोटबुक बना लें, जिसे देखते रहें। लिखने की गति पर भी नियंत्रण रखें। एक्यूरेसी को इम्प्रूव करना बहुत जरूरी है। इसके लिए कैल्कुलेशन स्पीड और एक्यूरेसी को इम्प्रूव करें। इसके लिए शॉर्ट मैथ्ड सीखें। ग्रास, यूनिट, लांग रूट सभी पर अपनी महारत हासिल करें और अंतिम दो महीनों के लिए जो फाइनल रणनीति बनाएं उसके चलते केवल सब्जेक्ट को दोहराएं। अपनी फार्मूला शीट को रोज रोज देखें। अगर ये सब कदम उठाते हैं, तो गेट परीक्षा में शानदार सफलता संभव है।

-इ.रि.सें.

 

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