सही खानपान लगाएगा समयपूर्व बुढ़ापे पर लगाम
खानपान में लापरवाही व गलत भोजन का चुनाव सेहत के दुश्मन हैं। गलत खानपान जहां रोगों को न्योता देता है वहीं शरीर व दिमाग को जल्दी वृद्धावस्था की ओर भी ले जाता है। असमय ऐजिंग से बचने के लिए जहां...
खानपान में लापरवाही व गलत भोजन का चुनाव सेहत के दुश्मन हैं। गलत खानपान जहां रोगों को न्योता देता है वहीं शरीर व दिमाग को जल्दी वृद्धावस्था की ओर भी ले जाता है। असमय ऐजिंग से बचने के लिए जहां कुछ खाद्य वस्तुओं से परहेज जरूरी है वहीं कुछ खाद्य पदार्थों का पर्याप्त मात्रा में सेवन खासकर मददगार है।
खानपान की गलत आदतें हमें बीमार करके समयपूर्व बुढ़ापे का शिकार बना सकती हैं जबकि कुछ खास फूड्स अपनाकर हम असमय वृद्ध होने से बच सकते हैं। तो जानिये कुछ बैड और गुड फूड्स को –
इनका सेवन करें कम
शुगर–ज्यादा चीनी से शरीर में इंसुलिन का संतुलन गड़बड़ा जाता है, इससे ब्लड वैसल्स प्रभावित होती हैं और स्किन में ब्लड सर्कुलेशन नोर्मल नहीं रह पाता। चीनी खाना बंद करने पर एक-दो हफ्ते में ही आपकी त्वचा साफ और दमकने वाली हो जाएगी।
सोडा – सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक्स आपकी स्किन और दांतों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इससे दांतों समयपूर्व टूटने लगते हैं।
नमक – हर रोज 1500 मिलीग्राम से ज्यादा नमक का सेवन करने का मतलब है हाई ब्लडप्रेशर को न्योता देना। हाई ब्लडप्रेशर की वजह से चेहरे पर जल्दी ही झुर्रियां पड़ने लगती हैं। इसकी वजह है स्किन में मौजूद कोलेजन का ढीला पड़ना जो स्किन की कसावट में प्रमुख भूमिका निभाता है
कॉफी – कॉफी के ज्यादा सेवन से शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। इससे आपकी स्किन ड्राई हो जाती है और उसमें झुर्रियां पड़ जाती हैं।
सिम्पल कार्ब्स –ब्रेड, पास्ता आदि मैदा आदि के सेवन से शरीर में ऐसे केमिकल्स रिलीज होते हैं जो स्किन को टाईट रखने वाले जो कोलेजन को नुकसान पहुचाते हैं। इसलिए कॉम्प्लेक्स कार्ब्स जैसे व्होल ग्रेन काम में लें।
स्पाइसी फ़ूड – माना कि मिर्च मेटाबॉलिज्म के लिए अच्छी होती हैं, लेकिन कुछ लोगों की स्किन इससे बुरे तरीके से प्रभावित होती है। खासकर जो महिलाएं मेनोपॉज की उम्र में होती हैं।
एजिंग पर ब्रेक लगाएंगी ये हर्ब्स
एजिंग एक कुदरती प्रक्रिया है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारे शरीर के अंग-प्रत्यंग धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं और विभिन्न प्रणालियां सुस्त पड़ने लगती हैं। ऐसे में ऊपरी चमक-दमक बढाने वाली क्रीम या लोशन लगाना व्यर्थ है। अगर हम कुछ हर्ब्स अपने खान-पान में शामिल करें तो भीतरी मजबूती बढ़ा कर एजिंग पर ब्रेक लगाया जा
सकता है।
हल्दी- हल्दी शरीर के टिशू डैमेज होने से रोकती है। यह एक प्रभावशाली एंटी बैक्टीरियल एवं एंटी-डीजेनेरेटिव है। हल्दी झुर्रियों, दाग-धब्बों एवं एजिंग के अन्य संकेतों पर कन्ट्रोल रखने में सक्षम है।
अश्वगंधा- यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। अवसाद एवं तनाव जैसे मानसिक रोग दूर करके यह शरीर को स्वस्थ रखती है। एनर्जी लेवल बढ़ाने के अलावा यह जोड़ों व पीठ के दर्द से भी राहत दिलाती है।
तुलसी- तुलसी एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल, एवं एंटीइनफ्लेमेटरी हर्ब है। इम्यून सिस्टम दुरुस्त रखने, डायबिटीज से बचने एवं स्वस्थ रहने के लिए इसका नियमित सेवन करना चाहिए।
एंटीऑक्सीडेंट हैं लाभकारी
आप अपने युवा लुक को ज्यादा दिनों तक बरकरार रखना चाहते हों तो एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य सामग्रियों को अपना लें। ये आपकी कोशिकाओं को कई हानिकारक प्रतिक्रियाओं एवं नुकसानदायक तत्वों से क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं। बीटाकैरोटीन, विटामिन सी, विटामिन ई और मिनरल सेलेनियम जाने-माने एंटीऑक्सीडेंट हैं।
फायदेमंंद शाक-सब्जी और फल
विभिन्न शाक-सब्जियों और फलों में एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा मौजूद होती है जैसे सेब, अमरूद, अंगूर, जामुन, बेर, अंजीर, स्ट्रॉबेरी, अनार, संतरा, लेट्यूस, पत्तागोभी, करौंदा, टमाटर, प्याज आदि। बादाम में भी एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। पीले या नारंगी रंग के फलों या सब्जियों में बीटा कैरोटीन मिलता है, जैसे कद्दू, संतरा, शकरकंद, आम, पालक आदि। टमाटर, तरबूज और पपीते में लाइकोपिन मिलता है, तो बादाम, सूर्यमुखी और सोयाबीन तेल में विटामिन ई की काफी मात्रा मिल जाती है। मसालों में भी काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं।
पेनसिल्वानिया के शोधकर्ताओं ने अपने ताजा अध्ययन में पाया है कि मशरूम में पाए जाने वाले दो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स एरगोथियोनीन और ग्लूटाथियोन न सिर्फ एजिंग को कंट्रोल करते हैं बल्कि सामान्य सेहत को भी दुरुस्त करते हैं।

