मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

नया पेशा अपनाने के लिए जरूरी तैयारी

करीब 28-30 साल की आयु तक हम कैरियर की जिस दिशा में आगे बढ़ रहे हों, वह हमें उपयुक्त नहीं लग रहा हो, तो फिर नये सिरे से अपने कैरियर के बारे में सोचना चाहिए। इसके लिए जहां सेल्फ असेसमेंट...
Advertisement

करीब 28-30 साल की आयु तक हम कैरियर की जिस दिशा में आगे बढ़ रहे हों, वह हमें उपयुक्त नहीं लग रहा हो, तो फिर नये सिरे से अपने कैरियर के बारे में सोचना चाहिए। इसके लिए जहां सेल्फ असेसमेंट जरूरी है वहीं अपस्किलिंग व स्मार्ट नेटवर्किंग भी कारगर हैं।

हमें कई बार मौके मिलते हैं कि अगर हम किसी वजह से शुरुआत में बेहतर कैरियर की दिशा पकड़ने से रह जाएं, तो 28-30 साल की उम्र में दूसरी बार प्रयास करके कैरियर की सही राह पकड़ सकते हैं। दुनिया में बड़े पैमाने पर युवा ऐसा कर रहे हैं। इस उम्र में हमें यह अहसास हो जाता है कि हम कैरियर की जिस दिशा में आगे बढ़ रहे थे, वह हमारे लिए उपयुक्त नहीं, तो हमें फिर नये सिरे से अपने कैरियर के बारे में सोचना चाहिए। आज के दौर में हम 35 से 40 साल तक अपने कैरियर को कई बार नई और शुरुआत से दिशा दे सकते हैं। जानिये अगर कैरियर बनाने का हमारा शुरुआती प्रयास सही न साबित हुआ, तो दोबारा से सही कैरियर की राह कैसे पकड़ें?

Advertisement

स्व-मूल्यांकन से जानें सही राह

अगर 25-26 साल तक हम अपने मनपसंद कैरियर में फिट नहीं हो पाते और अनचाहे कैरियर में घिसटते रहते हैं, तो 28 से 30 साल की उम्र तक पहुंचते पहुंचते इस गलती को सुधार लें। ऐसे में जरूरी है कि हम सेल्फ असेसमेंट करें, जैसे- कौन सी चीजें या कौन सा ऐसा कार्यक्षेत्र है, जो हमें स्वाभाविक रूप से अपनी तरफ आकर्षित करता है। वहीं अब तक हम यह जान चुके होते हैं कि आखिर हमारी ताकत क्या है, हमारी पसंद क्या है? खासकर किस क्षेत्र में काम करते हुए हमें थकान और उलझन का अहसास नहीं होता बल्कि ऊर्जा महसूस होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर आपके मन में ये सवाल पैदा हो रहे हैं, फिर भी निर्णय लेने को लेकर कुछ अस्पष्टता है तो कैरियर एक्सप्लोरर जैसे फ्री कैरियर टेस्ट में अपनी प्रवृत्ति को जान सकते हैं और नई दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

अपने अनुभव को एसेट मानें

एक उम्र में आपको यह अहसास होता है कि वह क्षेत्र जिसमें आप हैं, वह तो आपका क्षेत्र है ही नहीं, तो यह मत समझिये कि इसमें आपकी नाकामी है। बल्कि मानिये कि अभी तक आपने एक असफल या अपने नापसंद कैरियर में जितना समय बिताया है, वह अनुभव भी आपके लिए एक एसेट या संपदा है। मौजूदा कैरियर के तहत सीखी गई अपनी टॉप स्किल्स मसलन कम्युनिकेशन, डिसिप्लिन, टीम वर्क या लर्निंग स्पीड जैसी कुशलताओं का इस्तेमाल नये क्षेत्र में कर सकते हैं।

9-18 माह का न्यू टारगेट प्लान

28 या 30 साल की आयु में कैरियर स्विच करने के लिए हमें खुद को लक्ष्य प्रेरित 9 से 18 महीना देने चाहिए और तय करना चाहिए कि हम इतने दिनों में अपना पसंदीदा कैरियर हासिल कर लेंगे। जाहिर है इस उम्र में आप नये कैरियर के लिए दोबारा डिग्री या डिप्लोमा कोर्स नहीं करना चाहेंगे, इसलिए सर्टिफिकेट कोर्स करें। करीब 100 आधुनिक यानी डिजिटल अर्थव्यवस्था में कारगर कैरियर क्षेत्रों के लिए 6 से 18 महीने तक के बहुआयामी सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध हैं।

जरूरी है स्मार्ट नेटवर्किंग

अगर इस उम्र में कैरियर बदलना चाहते हैं, तो स्मार्ट नेटवर्किंग भी एक कारगर कदम साबित होगा। इसके लिए सबसे पहले लिंक्ड इन जैसे प्लेटफॉर्म पर अपनी डिजिटल फाइल बनाएं और खुद को नये क्षेत्र के हिसाब से अपडेट करें। जिस नये क्षेत्र में अब आपके जाने का लक्ष्य है, उस क्षेत्र के महत्वपूर्ण अनुभवी लोगों को चुनें, उनके साथ सोशल मीडिया या सोशल नेटवर्किंग मीडिया प्लेटफॉर्म में उनसे जुड़ें तथा संबंधित इंडस्ट्री की बातों को गहराई से समझें। अपने काम या लर्निंग के छोटे-छोटे प्रोजेक्ट शेयर करें। नये लक्षित कैरियर इंडस्ट्री से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों को फॉलो तो करें ही, अपने प्रोजेक्ट को भी छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटें और एक-एक समस्या हल करें। अपने प्रोफाइल को ऑनलाइन पोर्टफोलियो में बिना किसी संकोच के पोस्ट कर दें, यह तरीका आपको जल्दी से जल्दी नेटवर्किंग की दुनिया में स्थापित करेगा।

फ्रीलांस से शुरुआत

अगर नये क्षेत्र में आपको जाना ही जाना है, तो बिना किसी नौकरी के इंतजार के ही आज ही पुराने कार्यक्षेत्र से मुक्त हो जाएं और नये संभावित कार्यक्षेत्र में नौकरी ढूढ़ने की कोशिश की बजाय फ्रीलांसिंग शुरू कर दें। फ्रीलांसिंग काम का अनुभव भी देती है और आत्मविश्वास भी। इसलिए बिना देर किए फ्रीलांसिंग के मैदान में उतर जाएं, लेकिन उसके पहले अपना एक फाइनेंशियल बैकअप बनाकर रखें, कम से कम 6 से 9 महीने के लिए। क्योंकि चाहे मार्केट कैसा भी उर्वर क्यों न हो, एक काम से दूसरे काम की तरफ जाने में कई बार 6 से 9 महीने तक लग ही जाते हैं। -इ.रि.सें.

Advertisement
Show comments