Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

कंटेंट डिजाइनिंग में महिलाओं के लिए मौके

बैंकिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी योजनाएं आदि सब चीजें इन दिनों डिजिटल प्लेटफॉर्म में ही मौजूद हैं। इन सबको समझने योग्य और आकर्षक बनाने के लिए कंटेंट डिजाइनर्स की बहुत मांग है। इस क्षेत्र में वर्क फ्रॉम होम का मौका...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

बैंकिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी योजनाएं आदि सब चीजें इन दिनों डिजिटल प्लेटफॉर्म में ही मौजूद हैं। इन सबको समझने योग्य और आकर्षक बनाने के लिए कंटेंट डिजाइनर्स की बहुत मांग है। इस क्षेत्र में वर्क फ्रॉम होम का मौका होता है। महिलाओं के लिए यह फील्ड अनुकूल है।

इस डिजिटल युग में शब्दों और डिजाइन का बहुत महत्व है। एक समय कंटेंट राइटिंग को बस लेखन तक ही सीमित समझा जाता था, लेकिन आज की डिजिटल दुनिया में कंटेंट डिजाइन ने इसे रचनात्मकता और तकनीक का ऐसा संगम बना दिया है, जो कैरियर के लिहाज से निर्णायक भूमिका अदा कर रहा है। चाहे वह शिक्षा हो, ई-कॉमर्स हो, सरकार की डोर स्टेप सेवाएं हों, एप डेवलपमेंट हो या ब्रांडिंग की बात हो- कंटेंट डिजाइन इन सभी क्षेत्रों में अपनी तरह से महत्वपूर्ण होता है। सबसे बड़ी बात है कि कई दूसरे कैरियर क्षेत्रों से अलग लड़कियों के लिए यह क्षेत्र सुरक्षित और लचीला है। इसमें रचनात्मकता है, स्वतंत्रता है और आर्थिक स्थिरता भी। जानकारों के मुताबिक वुमन कैरियर के लिहाज से यह क्षेत्र भविष्य में खूब फलने-फूलने वाला है।

कंटेंट डिजाइन इस बारे में रणनीतिक सोच है कि किसी प्लेटफॉर्म पर यूजर के लिए क्या और कैसे लिखें ताकि वह जल्दी, सरल और असरदार ढंग से समझ सके। यानी कंटेंट डिजाइन वो प्रक्रिया है कि जो किसी वेबसाइट, एप या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सही संदेश को, सही रूप और टोन में उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाती है। कंटेंट डिजाइन का काम यह तय करने का होता है कि कौन सा शब्द, कौन सी इमेज या कि कौन सा इंटरफेस यूजर के अनुभव को बेहतर बनायेगा। मसलन जब आप किसी एप में ‘पे नाउ’ या ‘प्रोसीड टू चैक आउट’ बटन देखते हैं, तो वह सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि बारीक सोच-समझ के साथ डिजाइन किया गया कंटेंट एलीमेंट होता है।

कंटेंट डिजाइन का कैरियर?

बैंकिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी योजनाएं आदि सब चीजें इन दिनों डिजिटल प्लेटफॉर्म में ही मौजूद हैं। इन सबको समझने योग्य और आकर्षक बनाने के लिए कंटेंट डिजाइनर्स की भारी मांग है। क्योंकि कंपनियां अब यूजर एक्सपीरियंस कंटेंट को समान प्राथमिकता दे रही हैं। गूगल, मेटा, फ्लिपकार्ट, स्विगी जैसी कंपनियां यूजर एक्सपीरियंस राइट्र्स और कंटेंट डिजाइनर की अपने यहां बड़ी-बड़ी टीमें रख रही हैं। इस फील्ड में घर से काम करने वालों के लिए भरपूर अवसर हैं। इसलिए महिलाओं के लिए यह फील्ड अनुकूल है। उन्हें पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण रिमोर्ट वर्क की जरूरत ज्यादा होती है वहीं यह क्षेत्र टेक्नोलॉजी के साथ-साथ क्रिएटिविटी का भी संगम है।

जरूरी योग्यता और कौशल

कंटेंट डिजाइन के क्षेत्र में किसी विशेष डिग्री की अनिवार्यता नहीं, पर सही स्किल सेट का होना जरूरी है। ग्रेजुएशन इन इंग्लिश, मॉस कम्युनिकेशन, डिजाइन, जर्नलिज्म, फाइन आर्ट और साइकोलॉजी इसके लिए उपयुक्त पृष्ठभूमि प्रदान करते हैं। यूजर एक्सपीरियंस डिजाइन या कंटेंट स्ट्रैटेजी में सर्टिफिकेट अथवा डिप्लोमा कोर्स भी उपयोगी है। इसके लिए जरूरी स्किल्स में संक्षिप्त व उपयोगी भाषा लिखना, कंटेंट तार्किकता से प्रस्तुत करना, यूजर की जरूरत समझ रचनात्मक डिजाइन तैयार करना और फीगमा, कैनवा, एडोब एक्सडी टूल्स की जानकारी शामिल है।

प्रमुख संस्थान

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद/बंग्लुरु, सिंबॉयसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिजाइन, दिल्ली। एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे। पर्ल अकेडमी नई दिल्ली/मुंबई/जयपुर। अपग्रेड, कोरसेरा, गूगल यूएक्स सर्टिफिकेट।

वेतन और मौके

कंटेंट डिजाइन क्षेत्र तेजी से विस्तार ले रहा है। इसलिए वेतन स्तर बेहतर हो रहे हैं। अभी तक प्रारंभिक दो सालों तक औसत वार्षिक वेतन 4 से 6 लाख रुपये मिलता है और पदनाम यूजर एक्सपीरियंस राइटर तथा कंटेंट डिजाइनर का मिलता है। तीन से छह साल एक्सपीरियंस होने पर 7 लाख से 12 लाख रुपये सालाना तक सैलरी मिलती है। यूजर एक्सपीरियंस कंटेंट स्ट्रैटेजी और एक्सपीरियंस राइटर के टाइटल मिलते हैं। वहीं 15- 25 लाख रुपये का सालाना वेतन 7 वर्ष या ज्यादा अनुभव हो जाने के बाद हासिल होता है और लीग कंटेंट डिजाइन या डिजाइन मैनेजर की जिम्मेदारी मिलती है। फ्रीलांसिंग, कंसल्टेंसी से बेहतर कमाई कर सकते हैं।

नौकरी के लिए संस्थान

कंटेंट डिजाइनर्स को ई-कॉमर्स संस्थान, फिनटेक संस्थान, हेल्थ टेक संस्थान आदि में नौकरी मिलती है। वहीं एजू-टेक संस्थान भी जॉब देते हैं। इसके अलावा सरकारी संस्थान जैसे उमंग, डिजी लॉकर और स्टार्टअप तथा विभिन्न एजेंसियां हैं, जो इस क्षेत्र में कैरियर बनाने का मौका देती हैं। -इ.रि.सें.

Advertisement
×