घर में घुसकर एलआईसी एजेंट की पीट कर हत्या
नैनसुखपुरा गांव में गाड़ियों में भरकर आये 20 लोगों ने किया हमला, 3 घायल
गांव नैनसुखपुरा में कार व बाइकों पर सवार होकर आये 20 लोगों ने घर में घुसकर एक परिवार पर लाठी-डंडों व घातक हथियार से जानलेवा हमला किया। हमलावरों ने एलआईसी एजेंट महेश कुमार की पीट-पीट कर हत्या कर दी और शव को घसीटकर घर से बाहर फेंक दिया। हमलावर एक महिला सहित तीन परिजनों को घायल कर फरार हो गए। इस वारदात से पूरे गांव व आसपास हड़कंप मचा हुआ है और पुलिस हमलवरों की तलाश में जुट गई है। अभी तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ है। बृहस्पतिवार को अस्पताल पहुंचे पीडि़त परिवार ने पोस्टमार्टम के बाद शव को लेने से इंकार कर दिया। पुलिस के अनुसार गांव नैनसुखपुरा के 53 वर्षीय एलआईसी एजेंट महेश कुमार ने वर्ष 2006 में गांव में ही महाबीर नाम के व्यक्ति से डेढ़ एकड़ जमीन खरीदी थी। जमीन बेचने के बाद भी आरोप है कि महाबीर ने जमीन पर कब्जा किया हुआ था। कई साल तक यह मामला आपसी बातचीत से सुलझाने का प्रयास होता रहा। आखिर में यह मामला 2017 में रेवाड़ी की कोर्ट में पहुंच गया। तभी से इस डेढ़ एकड़ जमीन को लेकर दोनों पक्षों में तनातनी चली आ रही थी। मृतक महेश कुमार के चचेरे भाई दिनेश कुमार ने कहा कि इसी जमीन के विवाद के चलते बुधवार की देर रात को महाबीर अपने परिवार के 20 लोगों के साथ कार व बाइकों पर सवार होकर महेश के घर में घुस गए। इनमें महिलाएं भी शामिल थी। हमले में बचाव के लिए कोई बीच में न आये, इसके लिए उन्होंने दोनों ओर के रास्ते ट्रेक्टर -ट्राली खड़े करके बंद कर दिये। तत्पश्चात घर में घुसे आरोपियों ने महेश व उसके परिवार के सदस्यों पर लाठी-डंडों व घातक हथियार से हमला कर दिया। सबसे पहले उन्होंने महेश को निशाना बनाया और उसके सिर व हाथ-पैर पर गंभीर चोटें मारकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को घसीटकर घर से बाहर फेंक दिया। महेश को बचाने परिजन भाई मुख्तयार, भाभी सरोज व चाची धनपति आई तो हमलावरों ने उन पर भी लाठी-डंडे बरसाये और उन्हें भी गंभीर रूप से घायल कर दिया। वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जैसे ही महेश की हत्या की खबर गांव के लोगों को मिली तो वहां भारी भीड़ जुट गई और सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। महेश व घायल परिजनों को रेवाड़ी के ट्रोमा सेंटर ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने महेश को मृत घोषित कर दिया। बृहस्पतिवार को नागरिक अस्पताल में महेश के शव का पोस्टमार्टम हुआ तो परिजनों ने इसे लेने से इंकार कर दिया। चार घंटे तक अस्पताल परिसर में हंगामा होता रहा। पीडि़त परिवार ने मांग की कि हमलावरों को जब तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। कोसली डीएसपी विद्यानन्द मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों से बातचीत की और कहा कि 19 लोगों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने उन्हें ठोस आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस की टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए भेज दी गई हंै। तत्पश्चात परिजन शव को लेने को राजी हुए। शाम को गांव में मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

