स्मार्ट ट्रेंड्स के जरिये बिजनेस में बढ़त
आज कारोबार केवल मेहनत पर ही नहीं, सही ट्रेंड और समय क्लिक करने की क्षमता पर टिका है। तेजी से बाजार व ग्राहक की पसंद बदल रही है। लेटेस्ट टेक्नोलॉजी मददगार है। लेकिन सिर्फ टेक्नोलॉजी से भी बात नहीं बनती, सवाल है जो कारोबार आप करना चाहते हैं, उस कारोबार में लेटेस्ट ट्रेंड क्या चल रहा है? सामयिक ट्रेंड कम लागत में अधिक नतीजे देते हैं।
आज जहां कारोबार में पहले से कहीं ज्यादा कंपिटीशन है, वहीं इसमें कामयाबी पाने को दशकों इंतजार नहीं करना पड़ता। अगर आप अपने दौर के ट्रेंड्स पर नजर रखना जानते हैं तो इन दिनों स्मार्ट ट्रेंड्स अपनाकर कारोबार में जल्द ही कामयाबी पा सकते हैं। आज कारोबार केवल मेहनत पर नहीं, सही ट्रेंड और समय क्लिक करने की क्षमता पर टिका है। तेजी से बाजार व ग्राहक की पसंद बदल रही है। हर क्षेत्र में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के जरिये कामयाबी पा सकते हैं। लेकिन सिर्फ टेक्नोलॉजी से भी बात नहीं बनती, सवाल है जो कारोबार आप करना चाहते हैं, उस कारोबार में सबसे लेटेस्ट ट्रेंड क्या चल रहा है? सामयिक स्मार्ट ट्रेंड आपको कम मेहनत और कम लागत में अधिक नतीजे देते हैं। साथ ही प्रतिस्पर्धा में बढ़त दिलाते हैं। जानिये इन दिनों कारोबार में जारी नये और स्मार्ट ट्रेंड्स -
एआई और ऑटोमेशन
आजकल ग्राहक सेवा से लेकर मार्केटिंग तक हर जगह एआई और ऑटोमेशन का जादू चल रहा है। इसलिए अब जो भी कारोबार कर रहे हों, उसमें इस ट्रेंड्स का इस्तेमाल सुनिश्चित करें। इन दिनों बाजार में एआई चैटबॉट, सोशल मीडिया कंटेंट जनरेशन, डिजाइन, वीडियो एडिटिंग, एचआर ऑटोमेशन आदि सेवाओं की जबर्दस्त मांग है। अगर इस क्षेत्र से कामयाब कारोबार हासिल करना है, तो चैटजीपीटी, मिड जर्नी, कैनवा एआई, रनवे जैसे टूल सीखकर सेवा आधारित बिजनेस शुरू करें। छोटे व्यापारियों को एआई मार्केटिंग पैकेज ऑफर करें, कस्टमर के चैटबॉट सेटअप करें। वहीं वेबसाइट एआई ऑटोमेशन देना और लिंक्ड इन तथा अपवर्क आदि पर इंटरनेशनल क्लाइंट से प्रोजेक्ट लेकर रातोंरात इस कारोबार में आप कामयाबी पा सकते हैं।
ई-कॉमर्स और डायरेक्ट टू कस्टमर
भारत का ऑनलाइन रिटेल बाजार लगातार तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए अगर आप छोटे छोटे ‘नीश’उत्पादों पर ध्यान देते हैं जैसे ऑर्गेनिक स्नैक्स, लोकल क्राफ्ट्स, ब्यूटी प्रोडक्ट और बच्चों के सामान आदि सीधे ग्राहकों तक पहुंचाते हैं, तो इसमें अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है। यह कारोबार करने के लिए सबसे पहले आपको अपना कोई विशेष प्रोडक्ट चुनना होगा, जो भीड़ से हटकर और लोगों की जरूरत का हो। इसके बाद शॉपीफाई, वु-कॉमर्स या मीशो जैसे प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन स्टोर बनाना होगा और डिजिटल मार्केटिंग यानी इंस्टाग्राम रील्स, यू-ट्यूब शॉट्स का सहारा लेना होगा। अमेजन और फ्लिपकार्ट पर भी लिस्टिंग के साथ साथ खुद का डायरेक्ट टू कंज्यूमर ब्रांड विकसित करना होगा। लॉजिस्टिक के लिए डेलीवेरी, शिप रॉकेट जैसी कंपनियां मददगार हैं। कम पूंजी से शुरू करके इस बिजनेस में आप 50 हजार से 1.5 लाख रुपये तक महीने में कमा सकते हैं। अगर मध्यम स्तर पर यानी अमेजन, फ्लिपकार्ट और अपनी खुद की वेबसाइट बनवाकर कारोबार करते हैं तो कमाई दो से पांच लाख रुपये महीने की आसानी से हो सकती है।
हेल्थ केयर और वेलनेस बिजनेस
लोग अब बीमार होने पर सिर्फ डॉक्टर से दवा लेने तक ही सीमित नहीं रहते, बीमारी फिर न हो ऐसी सावधानी पर भी काम करते हैं। ऐसे में फिटनेस सेंटर, योगा एप, न्यूट्रिशन फूड, मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग, सबकी मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसलिए अगर इस क्षेत्र में कामयाब कारोबार खड़ा करना है, तो पहले कोई विशेष सेगमेंट चुन लें जैसे, हेल्दी फूड डिलीवरी, योग, ध्यान क्लास, हर्बल प्रोडक्ट या फिर ऑनलाइन काउंसलिंग। अपने इन प्रोडक्ट्स को लोकल डॉक्टर, डायटीशियन, योगा ट्रेनर आदि के साथ साझा करें। एक एप या वेबसाइट बनाकर सर्विस ऑनलाइन ऑफर करें। इससे सेलेबिटी आसान होगी। कारपोरेट कंपनियों को पैकेज ऑफर करें। वेलनेस प्रोग्राम कर्मचारियों को सोशल मीडिया पर हेल्थ टिप्स और वीडियो डालकर अपनी ब्रांडिंग मजबूत करें। ध्यान रखें कि जीवनशैली रोग बढ़ रहे हैं। ऐसे में अगर छोटे स्तर पर भी हेल्थ केयर का बिजनेस करेंगे तो भी 40 हजार से 1 लाख रुपये महीने की कमाई को आसानी से कर लेंगे। ऑनलाइन एप के जरिये अपना यह कारोबार जमाते हैं, तो 2 से 6 लाख रुपये महीने का कारोबार संभव है। -इ. रि.सें.