Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

कैरियर मार्गदर्शन की दिशा में सुनहरा अवसर

गाइडेंस एंड काउंसलिंग

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

आजकल प्रत्येक विद्यालय, कॉलेज में प्रशिक्षित काउंसलरों की मांग बढ़ रही है। इसके चलते डिप्लोमा कोर्स इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग रोज़गारोन्मुख और समाजोपयोगी दोनों है। एनसीईआरटी के इस डिप्लोमा कोर्स के समापन पर अभ्यर्थी स्कूल काउंसलर, कैरियर गाइडेंस एक्सपर्ट, स्टूडेंट एडवाइजर, मेंटल हेल्थ कंसल्टेंट जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं।

शिक्षा के बदलते परिदृश्य में आज छात्रों के समग्र विकास के लिए केवल अकादमिक ज्ञान पर्याप्त नहीं है। उन्हें जीवन, कैरियर और व्यक्तिगत चुनौतियों से निपटने के लिए पेशेवर मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। इसी उद्देश्य से एनसीईआरटी ने डिप्लोमा कोर्स इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग प्रारंभ किया है, जो शिक्षकों, शिक्षाविदों और मनोविज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए एक उत्कृष्ट कैरियर अवसर प्रदान करता है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के साथ-साथ देश के अधिकांश राज्य शिक्षा बोर्डों ने विद्यालयों में वेलनेस टीचर / काउंसलर की नियुक्ति को अनिवार्य बना दिया है। वर्तमान स्थिति यह है कि प्रशिक्षित काउंसलर्स का देश में अभाव आज भी बना हुआ है। ऐसे में यह कोर्स कैरियर की दृष्टि से एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प के रूप में उभर कर सामने आया है।

ब्लेंडेड मोड में एक वर्षीय डिप्लोमा

यह एक वर्ष की ब्लेंडेड मोड (ऑनलाइन + फेस-टू-फेस) डिप्लोमा कोर्स है, जिसे डेवलपमेंटल और एजुकेशनल गाइडेंस के क्षेत्र में प्रशिक्षित काउंसलर तैयार करने के उद्देश्य से बनाया गया है। कोर्स का संचालन एनसीईआरटी, नई दिल्ली द्वारा देशभर के क्षेत्रीय शिक्षा संस्थानों के सहयोग से किया जाता है।

शैक्षणिक योग्यता

कोर्स के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान, शिक्षा या संबंधित विषय में स्नातक या परास्नातक डिग्री होना आवश्यक है। विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक, प्रधानाचार्य, और शिक्षाविद इस कोर्स के लिए विशेष रूप से पात्र हैं। प्रवेश प्रक्रिया चयन परीक्षा और साक्षात्कार के माध्यम से होती है।

कोर्स संरचना के मुख्य चरण

डिप्लोमा कोर्स इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग की संरचना में तीन मुख्य चरण शामिल हैं— ऑनलाइन सत्र (डिस्टेंस लर्निंग) – जिसमें सैद्धांतिक अध्ययन एवं असाइनमेंट शामिल हैं। फेस-टू-फेस ट्रेनिंग (कॉन्टैक्ट प्रोग्राम) – एनसीईआरटी या क्षेत्रीय शिक्षा संस्थानों में व्यावहारिक प्रशिक्षण। इंटर्नशिप / प्रैक्टिकल यानी विद्यालयों, काउंसलिंग केंद्रों या गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करना।

संभावित जॉब्स

डिप्लोमा कोर्स इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग के सफल समापन पर अभ्यर्थी स्कूल काउंसलर, कैरियर गाइडेंस एक्सपर्ट, स्टूडेंट एडवाइजर, मेंटल हेल्थ कंसल्टेंट जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं। आज के समय में प्रत्येक विद्यालय, कॉलेज तथा शैक्षिक संस्था में प्रशिक्षित काउंसलरों की बढ़ती मांग के चलते डिप्लोमा कोर्स इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग रोज़गारोन्मुख और समाजोपयोगी दोनों है।

महिला अभ्यर्थियों के लिए अच्छा कार्यक्षेत्र

गाइडेंस एंड काउंसलिंग के क्षेत्र में विशेष कर उन महिला अभ्यर्थियों के लिए एक अच्छा कैरियर हो सकता है जो परिवार की जिम्मेदारियों के कारण फुलटाइम जॉब करने में असमर्थ हैं। दरअसल, ऐसे संस्थानों की कमी नहीं है जिन्हें पार्ट टाइम काउंसलर्स की आवश्यकता होती है। आम तौर पर 2 या 3 घंटे काउंसलर की सेवाएं देकर एक अच्छा वेतन प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही परामर्शदाता के रूप में स्वयं का कार्यालय भी खोला जा सकता है जहां जरूरतमंद अभिभावकों को सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं। कहा जा सकता है कि एनसीईआरटी का डिप्लोमा कोर्स इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग नामक कोर्स शिक्षा जगत में नई दिशा देता है — जहां शिक्षक केवल अध्यापक नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के मार्गदर्शक, परामर्शदाता और प्रेरक बनते हैं। बच्चों में पढ़ाई को लेकर बढ़ते तनाव और कुंठा में काउंसलर / परामर्शदाता उनके अभिभावकों के लिए किसी भगवान से कम नहीं होते जो उनके बच्चों को नया जीवन देने के साथ साथ उनके पथप्रदर्शक बनते हैं।

 

Advertisement
×