बाजरा सिर्फ मोटा अनाज नहीं, बल्कि यह भारतीय परंपरा और आधुनिक पोषण विज्ञान का संतुलित मेल है। सर्दियों के मौसम में यह शरीर को गर्मी और ऊर्जा प्रदान करता है वहीं पाचन बेहतर बनाता है। बाजरे का सेवन चीला, सोगरा, उपमा और हलवा जैसे व्यंजन बनाकर किया जा सकता है।
सर्द मौसम में ठंडक जैसे-जैसे बढ़ती है, भारतीय खानपान में बाजरे यानि मिलेट्स की रेसिपी शामिल होती जाती है। बाजरा सैकड़ों वर्षों से भारतीय रसोई का अभिन्न हिस्सा रहा है। इसमें पाए जाने वाले आयरन, कैल्शियम, फाइबर और जिंक शरीर को गर्म रखते हैं। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश तक सर्दियों में बाजरा पारंपरिक औषधि की तरह खाया जाता है। आज बाजरे के उपयोग को अपनाया जा रहा है। इसका फाइबर पाचन बेहतर रखता है, जबकि एंटीऑक्सीडेंट्स सर्दी-जुकाम के संक्रमणों से बचाते हैं। बाजरा सिर्फ मोटा अनाज नहीं, बल्कि यह भारतीय परंपरा, शरीर विज्ञान और आधुनिक पोषण विज्ञान का संतुलित मेल है। जानिये, कैसे बनाएं बाजरे के हेल्दी और स्वादिष्ट व्यंजन :
बाजरे का चीला
इसका चीला स्वाद से भरपूर होता है व नाश्ते के लिए बेहतरीन विकल्प है। इसका फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है।
क्या चाहिए - बाजरे का आटा 1 कप, बारीक कटा प्याज 1, बारीक कटी हरी मिर्च 1–2, धनिया पत्ती थोड़ी, अदरक कद्दूकस 1 छोटा चम्मच, दही 2 बड़े चम्मच, नमक और लाल मिर्च स्वादानुसार, पकाने के लिए थोड़ा तेल।
ऐसे बनाएं - एक गहरे बर्तन में बाजरे का आटा लें। इसमें बारीक कटा प्याज, हरी मिर्च, ताजा धनिया और कद्दूकस किया अदरक मिलाएं। दही इसमें धीरे-धीरे डालते हुए इतना पानी मिलाएं कि मिश्रण ना बहुत पतला रहे और न बहुत गाढ़ा। मिश्रण को पांच–दस मिनट ढककर रख दें। ताकि बाजरा पानी अच्छी तरह सोख ले और घोल फूला हुआ लगे। तवा गरम कर उस पर तेल लगाएं। चम्मच से घोल डालकर उसे गोल आकार में फैलाकर धीमी आंच पर चीले को पकने दें। जब किनारे सूखने लगें तो उसे पलट लें। दूसरी ओर भी हल्का तेल लगाकर सुनहरा होने तक पकाएं। गरमा-गरम चीला दही, चटनी या सूप के साथ सर्व करें।
राजस्थानी सोगरा
सोगरा मोटा व देसी रोटी जैसा व्यंजन है, जिसे चूल्हे या तंदूर में पकाया जाता है व देसी घी के साथ इसका स्वाद दुगुना हो जाता है।
क्या चाहिए - बाजरे का आटा 2 कप, गुनगुना पानी, थोड़ा सा नमक, ऊपर डालने को देसी घी।
ऐसे बनाएं - सोगरा बनाने के लिए बाजरे के आटे में थोड़ा नमक डालकर गुनगुने पानी से गूंथ लें। बाजरे का आटा गेहूं की तरह नहीं गूंथा जाता; इसे धीरे-धीरे दबाते हुए एकसार बनाया जाता है ताकि दरदरा रहे। जब आटा लोई का आकार लेने लगे, तब उसे थोड़ा मोटा, गोल और पकाने लायक आकार दें। इसे तवे पर रखकर धीरे-धीरे पकाएं ताकि अंदर की नमी भाप बनकर उसे फूला हुआ और मुलायम बना दे। रोटी जब फूलने लगे और नीचे की सतह भूरी हो जाए, उसे पलटकर दूसरी ओर भी पकाएं। हल्की सी सुगंध आने लगे, तब इसे उतारकर चूरा बना लें और देसी घी मिलाएं। सर्दियों की सुबह सोगरा और लहसुन की चटनी बेहद प्यारी रेसिपी है।
मिलेट का उपमा
यह एक तरह से दक्षिणी स्वाद में मिलेट्स का जादू है। बाजरे का उपमा सर्दियों में आदर्श नाश्ता है।
क्या चाहिए - बाजरा (साबुत या टूटा हुआ) 1 कप, सरसों के दाने 1 छोटा चम्मच, उड़द दाल 1 छोटा चम्मच, कढ़ी पत्ता 6–7, कटा प्याज 1, गाजर/मटर (वैकल्पिक) ½ कप, हरी मिर्च, नींबू रस, नमक और थोड़ा तेल।
ऐसे बनाएं - उपमा के लिए पहले बाजरे को धोकर दस–पंद्रह मिनट पानी में भिगो दें। कड़ाही में थोड़ा सा तेल गरम कर उसमें सरसों के दाने डालें। जैसे ही दाने चटकें, उड़द दाल डालकर उसे सुनहरा होने तक भून लें। इसके बाद कढ़ीपत्ता, हरी मिर्च और प्याज डालकर धीमी आंच पर तब तक पकाएं, जब तक प्याज पारदर्शी न हो जाएं। अब सब्ज़ियां जैसे गाजर, मटर या बीन्स डाल सकते हैं। उन्हें दो मिनट पकने दें, ताकि वे कुरकुरी रहें। भीगा हुआ बाजरा छानकर कड़ाही में डालें और एक मिनट मिला कर भून लें। इसके बाद लगभग दोगुना गर्म पानी डालें और मिश्रण धीमी आंच पर पकने दें। दस–पंद्रह मिनट में बाजरा फूलकर पानी सोख लेता है और उपमा दानेदार और सुगंधित बन जाता है। तैयार उपमे पर नींबू रस और धनिया डालने से स्वाद बढ़ जाता है।
बाजरे का हलवा
बाजरे का हलवा सर्दियों में शक्ति और गर्माहट देने वाला उत्कृष्ट व्यंजन है। देसी घी में भूना बाजरा और गुड़ की मिठास इसे लजीज बना देती है।
क्या चाहिए - बाजरे का आटा 1 कप, देसी घी 3–4 बड़े चम्मच, गुड़ 1 कप (या स्वादानुसार), पानी 2 कप, इलायची पाउडर ½ चम्मच, बादाम व काजू ।
ऐसे बनाएं – हलवा बनाने के लिए कड़ाही में देसी घी गरम करें। बाजरे का आटा डालकर मध्यम आंच पर भूनें। तब तक जब इससे भुने हुए मेवे जैसी खुशबू आने लगे और रंग हल्का सुनहरा हो जाए। अब एक अलग बर्तन में पानी गरम कर उसमें गुड़ मिलाएं। जब बाजरा भुन जाए, तो इसमें गुड़ वाला पानी डालते हुए मिश्रण को चलाएं ताकि गुठलियां न बनें। कुछ ही देर में बाजरा पानी सोखना शुरू कर देता है और हलवा गाढ़ा होने लगता है। अब इसमें इलायची पाउडर और कटे हुए मेवे, ड्राई फ्रूट्स मिला दें। गरमा-गरम बाजरे का हलवा तैयार है।
-लेखिका खानपान विषयों की यूट्यूबर हैं।
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