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टीम, टाइम और टेक्नोलॉजी का सुमेल

जीवन के लक्ष्यों को चुनना और उन्हें प्राप्त करना आसान है बशर्ते व्यक्ति उन इच्छाओं को छोड़ दे जो इस मिशन के विपरीत हों। जैसे कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर टाइम मैनेज कर सकते हैं। इसके लिए टारगेट की...
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जीवन के लक्ष्यों को चुनना और उन्हें प्राप्त करना आसान है बशर्ते व्यक्ति उन इच्छाओं को छोड़ दे जो इस मिशन के विपरीत हों। जैसे कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर टाइम मैनेज कर सकते हैं। इसके लिए टारगेट की लिस्ट को टीम ,टाइम और टेक्नोलॉजी के साथ कोऑर्डिनेट करना होगा।

‘सब बोलते हैं बड़े सपने देखो,बड़ा सोचो ,अपने टारगेट बड़े रखो। तभी बड़े आदमी बनोगे। पर मैंने तो सब कुछ करके देख लिया। रोज लिस्ट बनाता हूं ,सुबह से रात तक काम करता हूं, इतनी मेहनत करता हूं कि फैमिली और फ्रेंड्स को भी टाइम नहीं दे पाता। लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात।’ अखिलेश ने अपनी कुलीग कामिनी से कहा।

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अपना वाक्य पूरा करते ही अखिलेश ने तुरंत यह भी पूछा ,’ तुम कैसे मैनेज कर लेती हैं इतना कुछ? फैमिली को भी टाइम देती हो, अपने प्रोजेक्ट भी कंप्लीट कर लेती हो और तेरी हर साल प्रमोशन भी हो जाती है।’

कामिनी ने मुस्कुराते हुए कहा ,अखिलेश न तो यह बहुत कठिन है,न असंभव। बस तुम्हें अपने टारगेट की लिस्ट को टीम ,टाइम और टेक्नोलॉजी के साथ को-ऑर्डिनेट करना होगा और टालू टेक्नीक से दूर रहना होगा।’

कोई व्यक्ति न केवल अपने जीवन के लक्ष्य आसानी से चुन सकता है बल्कि उन सभी लक्ष्यों को अचीव भी कर सकता है बशर्ते वह उन इच्छाओं को छोड़ दे जो इस मिशन के विपरीत हों। अगर आप कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो अपना टाइम मैनेज कर सकते हैं और आसानी से अपने लक्ष्य पूरा कर सकते हैं।

सपोर्ट लेने की आदत डालें

सबसे पहले आपको अपनी जिम्मेदारी की समीक्षा करनी होगी। इसके लिए आपको तय करना होगा कि कौन से काम आपको खुद करने हैं और कौन से काम आप अपनी टीम को सौंप सकते हैं। ताकि आप बेहतर तरीके से अन्य काम कर सकें। इसलिए जरूरी है कि आप पहचानें कि कौन से काम आप दूसरे के जिम्मे कर दें तो कोई दिक्कत नहीं और कौन से काम ऐसे हैं जिन्हें स्वयं आपको ही करना पड़ेगा।

बेवजह व्यस्त न हों

दूसरों के काम में न उलझें। अपने समय का सही उपयोग करने के लिए बेवजह लोगों से मिलना-जुलना बंद करें। गैर जरूरी मीटिंगों से दूर रहें। बात-बात में मीटिंग अटेंड ना करें। अगर किसी मीटिंग में आपका योगदान जरूरी नहीं है तो उसमें से खुद को हटा लें। ऐसा करने से आपका अतिरिक्त बोझ हल्का होगा और अपने मुख्य काम पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे।

तकनीक का इस्तेमाल

स्मार्टफोन और इंटरनेट ने दूरियां कम कर दी हैं। समय को दो गुना कर दिया है और टेक सैवी व्यक्ति की कार्य क्षमता बढ़ा दी है। पहले आपको किसी व्यक्ति से मिलकर ही सब बातें करनी होती थीं, मीटिंग के लिए समय खर्च करके जाना पड़ता था, पेमेंट के लिए बैंक जाना पड़ता था। अब आप अपनी डेस्क पर बैठ कर नेफ्ट, आरटीजीएस, गूगल पे से पेमेंट कर सकते हैं, वीडियो कॉल या जूम मीटिंग से एक साथ कई लोगों के साथ विचार विनिमय कर सकते हैं, वहीं ईमेल, व्हाट्स एप से डॉक्यूमेंट, फोटो, सैंपल भेज सकते हैं। जहां फिजिकल सैंपल भेजना हो वहां स्वीगी, जीनी के माध्यम से भेज सकते हैं। इसलिए टेक स्मार्ट बनिए।

खुद को वक्त दें

एनर्जी रीस्टोर करने के लिए खुद को थोड़ा आराम देने के लिए टाइम निकालें। काम के बीच में ब्रेक लेना, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना या अपने शौक पूरा करना जरूरी है। इससे आप अधिक स्पष्ट सोच पाएंगे और भविष्य के लिए बेहतर निर्णय ले सकेंगे ।

सामंजस्य और स्पष्टता जरूरी

विभिन्न लक्ष्यों के बीच सामंजस्य बनाने का पहला कदम यह है कि आप अपने सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्यों और उन्हें हासिल करने वाली गतिविधियों को साफ-साफ लिखें। इसके बाद यह समझने की कोशिश करें कि कौन से लक्ष्य आपस में जुड़े हैं और एक-दूसरे की पूर्ति करते हैं। उदाहरण के लिए अगर आपका लक्ष्य फिट रहना और पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करना है तो नियमित व्यायाम दोनों में मदद करेगा। यह आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएगा और पढ़ाई के लिए ऊर्जा भी देगा। इसी तरह जब आप सामंजस्य को पहचान लेते हैं तो आपकी छोटी सी मेहनत भी एक साथ कई बड़े लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है।

आत्म नियंत्रण

हर इच्छा लक्ष्य नहीं होती। कई बार मन में उपजे विचार सिर्फ प्रलोभन होते हैं जो आपकी मेहनत को बर्बाद करते हैं। इसलिए आत्म नियंत्रण बेहद जरूरी है इऐसी अनुत्पादक, निरर्थक इच्छाओं को समय रहते पहचानना और उनसे दूर रहना बेहद जरूरी है।

बाधाओं का पूर्वानुमान

जब आप कोई लक्ष्य निर्धारित करें तो उसके रास्ते में आने वाली संभावित बाधाओं का पहले से अंदाजा लगाएं। ऐसा करने से आप विचलित होने की बजाय अपने मुख्य उद्देश्यों पर ही टिके रहेंगे। संघर्ष करने से हिचकें नहीं क्योंकि यही आपको मजबूत बनाता है।

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