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सुरक्षित ड्राइविंग की ओर बढ़ेंगे कदम ... दिल्ली यातायात पुलिस दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को गूगल मैप पर करेगी चिह्नित 

 हम गूगल के साथ गठजोड़ कर रहे हैं और आंतरिक प्रक्रियाएं प्रगति पर हैं
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राष्ट्रीय राजधानी में सड़क सुरक्षा की स्थिति सुदृढ़ करने की कोशिश करने के तहत दिल्ली यातायात पुलिस ने घोषणा की है कि वह गूगल मैप पर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों यानी ‘डार्क स्पॉट' को अंकित कराएगी। ताकि यात्रियों को वास्तविक समय में अलर्ट किया जा सके।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि यह सुविधा 2025 में शुरू होती है, तो यह शुरू में वर्ष 2024 में चिह्नित ‘ब्लैक स्पॉट' की अंतिम सूची के आधार पर स्थानों को प्रदर्शित करेगी। ‘ब्लैक स्पॉट' वह केंद्रीय बिंदु होता है जहां दोनों तरफ 500 मीटर के दायरे में बार-बार दुर्घटनाएं होती रही हैं। पुलिस उपायुक्त (यातायात मुख्यालय) शिव केशरी सिंह ने बताया कि अगर किसी खास हिस्से पर बार-बार दुर्घटनाएं होती हैं, तो उस हिस्से के मध्य बिंदु को ‘ब्लैक स्पॉट' घोषित कर दिया जाता है।
2024 में कुल 111 ब्लैक स्पॉट की पहचान की गई थी, जिनमें 1,132 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं। इनमें से 483 दुर्घटनाओं में जान गई थी। 649 गैर प्राण घातक दुर्घटनाएं थीं। हम गूगल के साथ गठजोड़ कर रहे हैं। आंतरिक प्रक्रियाएं प्रगति पर हैं। अगर इस साल यह लागू हो जाता है, तो मानचित्र में सबसे पहले 2024 के ब्लैक स्पॉट दिखाए जाएंगे। इसका उद्देश्य समय पर जानकारी देना है। उनकी यात्रा आसान और सुरक्षित हो। पिछले साल जीटी करनाल रोड स्थित आजादपुर सब्जी मंडी में सबसे अधिक 20 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 11 प्राण घातक थीं।
एनएच-24 स्थित अक्षरधाम मंदिर के पास 19 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें से आठ प्राण घातक थीं। आउटर रिंग रोड स्थित भलस्वा चौक पर भी 19 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से छह प्राण घातक थीं। आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2024 में दुर्घटनाओं से जुड़े शीर्ष 10 ‘ब्लैक स्पॉट' में कुल 180 दुर्घटनाएं हुईं। जुलाई 2025 तक, 25 नए ‘ब्लैक स्पॉट' की पहचान की गई है, जहां कुल मिलाकर 176 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 88 प्राण घातक थीं।
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