आलोक पुराणिक
ड्रोन विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त निबंध इस प्रकार रहा :-
ड्रोन जैसा कि सबको पता है कि उड़ते हैं, उड़ते तो यूं नेता भी हैं, पर वो ड्रोन नहीं होते। नेता गिर जाते हैं, पर ड्रोन आम तौर पर नहीं गिरते। जब तक उन्हें गिराया न जाये। पाकिस्तान से ड्रोन आते हैं और भारतीय सुरक्षा बल उन्हें गिरा देते हैं। पाकिस्तान वाले रिमोट से लेकर ड्रोन तकनीक का एक ही इस्तेमाल जानते हैं कि कैसे-कैसे बमबाजी इससे की जाये। इसका रिजल्ट यह हुआ है कि पाकिस्तान बमबाजी में बहुत आगे हो गया पर गेहूं विदेशों से मंगाना पड़ता है। कुल मिलाकर पाकिस्तान के ड्रोन आतंक के काम आ रहे हैं।
भारत में कारोबारी लोग ड्रोन के कारोबारी यूज कर रहे हैं। कोई ड्रोन से दुकानों से घर तक सामान भिजवा रहा है, कोई ड्रोन कैमरों से शादी की शूटिंग कर रहा है। ड्रोन कैमरों से जब शादी की शूटिंग होती है, तो ऊपर से हर नजारे के फोटू खींचे जा सकते हैं। ड्रोन से कानून व्यवस्था का इंतजाम सेट रखा जाता है, ड्रोन कैमरे उड़ते हैं, तो छतों पर रखे पत्थरों के फोटू लिये आते हैं। कुछ आशिक मिजाज और छिछोरे ड्रोन उड़ाकर माशूका की छत के सीन के फोटू भी खिंचवा लेते हैं। आशिकों और आतंकियों में एक समानता होती है कि वह हर तकनीक का प्रयोग आतंक और आशिकी में कर लेते हैं।
ड्रोन तकनीक का विकास हो रहा है, इसका पूरा विकास तब माना जाये, जब यह किसी ड्रोन घोटाले की खबर में आ जाये। जैसा कि इतिहास बताता है कि टेलीकॉम क्षेत्र का विकास मुकम्मल तब माना गया, जब टेलीकॉम घोटाले की खबर आ गयी। जिस क्षेत्र का घोटाला होता है, उस क्षेत्र के विकास की खबर पक्की मानी जानी चाहिए कि अब यह क्षेत्र खूब विकसित हो गया है। इतने अवसर पैदा हो गये हैं कि नेता खाने-कमाने के पर्याप्त अवसर देखने लगे हैं इसमें। किसी भी क्षेत्र में शुरुआती आविष्कार तो वैज्ञानिक करते हैं और उन आविष्कारों से थोड़ी-सी कमाई कारोबारी कर लेते हैं पर बड़ी और असली कमाई नेतागण ही करते हैं।
ड्रोन छिछोरों, पुलिस और कारोबारियों के बहुत काम आयेगा, ऐसी उम्मीद की जा सकती है। ड्रोन बहुत जल्दी स्टेटस सिंबल भी बन जायेगा। जैसे मिसेज शर्मा का ड्रोन फलां ब्रांड है तो हमें तो कम से कम उस वाले ब्रांड का ड्रोन लेना ही चाहिए, वरना हमारी ‘बेइज्जती खराब’ हो जायेगी। ड्रोन में भी फिर उस तरह का कंपेरीजन हो जायेगा कि उसका तो चाइनीज टाइप का ड्रोन है और उसका तो एप्पल वाला ड्रोन है। इस तरह से ड्रोन को लेकर किट्टी पार्टियों में भी चर्चा हुआ करेगी। ड्रोन जासूसी भी करेंगे, यह खबर उनके लिए खतरनाक है जो घर की छत पर जुआ खेलते हैं और घर पर कहकर जाते हैं कि जरा पार्क में टहलने जा रहा हूं। कुल मिलाकर नयी तकनीक पतियों के लिए झूठ बोलना और मुश्किल कर देगी।